16 जुलाई को स्थानीय प्राधिकार कोटे के 19 सदस्यों के कार्यकाल समाप्त होने साथ ही विधान परिषद की एक-तिहाई सीट खाली हो गयी है। तीन विधान पार्षदों के देहांत और तीन के विधान सभा सदस्य चुन लिये जाने के कारण 6 सीट पहले से रिक्त थी। शुक्रवार को 19 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही 75 सदस्यीय विधान परिषद की 25 सीट खाली हो गयी हैं। सीतामढ़ी, पटना और भागलपुर सीट से निर्वाचित विधान पार्षद क्रमश: दिलीप राय, रितलाल यादव व मनोज यादव विधान सभा के लिए चुन लिये गये थे। इस कारण स्थानीय प्राधिकार की तीन सीट खाली हो गयी थी, जबकि तीन सीट सदस्यों के देहांत के कारण खाली हुई थी। स्थानीय प्राधिकार कोटे के दरभंगा से निर्वाचित सुनील सिंह और समस्तीपुर से निर्वाचित हरिनारायण चौधरी तथा विधान सभा कोटे से निर्वाचित तनवीर अख्तर के देहांत के कारण तीन सीट खाली हुई थी।
शुक्रवार को जिन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हुआ, उसमें राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीना यादव, संतोष सिंह, सलमान रागीब, राजन सिंह, सच्चिदानंद राय, टुनजी पांडेय, राजेश गुप्ता बबलू, दिनेश सिंह, सुबोध राय, राजेश राम, दिलीप जयसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन महासेठ, आदित्य पांडेय और रजनीश कुमार शामिल हैं। विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कार्यकाल पूरा कर रहे सदस्यों के साथ सामूहिक फोटोग्राफी करवायी और आगामी चुनाव में फिर निर्वाचित होने की शुभकामनाएं दीं।
उधर, विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मानसून सत्र को लेकर पत्रकारों के साथ अपनी राय साझा की और सत्र की तैयारियों पर प्रकाश डाला। इस बीच, शुक्रवार को विधान मंडल की कई समितियों की बैठक हुई और समितियों ने संबंधित विभाग के एजेंडों पर विमर्श किया। एक अन्य कार्यक्रम में नमानी गंगे के राज्य समन्वयक प्रभाकर मिश्रा ने पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू से मिलकर ज्ञापन सौंपा।