(27 नवंबर, 2020 को राज्यपाल के अभिभाषण पर विधायक राणा रणधीर सिंह का संबोधन)
अध्यक्ष महोदय, मैं सबसे पहले आपको
बधाई
और धन्यवाद देना चाहता हूं बिहार के इतिहास में देश के इतिहास में भारतीय जनता पार्टी के लिए गौरव का क्षण है, ऐतिहासिक क्षण है कि भारतीय जनता पार्टी का कोई कार्यकर्ता बिहार विधन सभा की कुर्सी पर विराजमान है, सुशोभित है। अध्यक्ष महोदय, मैं अपनी चर्चा उपनिषद की उक्ति के साथ धन्यवाद प्रस्ताव पर करना चाहता हूं परन्तु इसके पहले मैं एक रोचक जानकारी अपने सभी माननीय सदस्यों को देना चाहता हूं। पहली बार इस 2020 में जो नए सदस्य जीतकर आए हैं, उनकी संख्या 105 है, दूसरी बार जीतकर आनेवाले सदस्यों की संख्या 58 है, तीसरी बार जीतकर आनेवाले सदस्यों की संख्या 23 है, चौथी बार जीतकर आनेवाले सदस्यों की संख्या 21 है, पांचवीं बार जीतकर आनेवाले सदस्यों की संख्या 20 है, छठी बार जीतकर आनेवाले सदस्यों की संख्या केवल 6 है, सातवीं बार जीतकर आनेवाले सदस्यों की संख्या है, आठवीं बार जीतकर आनेवाले सदस्यों की संख्या 4 है और नौवीं बार जीतकर आनेवाले एक माननीय सदस्य हरिनारायण सिंह हैं। मैं उपनिषद की उक्ति के माध्यम से अपनी बात धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करूंगा । पंक्ति इस प्रकार हैः-
‘अखण्ड अखिलाधरम् आवांग मनस गोचरम’
‘ अखण्ड सच्चितानंदम् आश्रय अभीष्ट सिद्धि।’
जिस प्रकार उपनिषदकार मनीषी ब्रह्म की व्याख्या कर उसमें से अभीष्ट सिद्धि की पूर्ति के लिए कामना करते हैं, उसी प्रकार समाज संस्कृति और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य एक अभीष्ट कार्य है, इसमें हम सभी सफल हों, भगवान से हम ऐसी मंगलकामना करते हैं। अध्यक्ष महोदय, राज्यपाल का अभिभाषण हम सब लोगों के लिए, सरकार के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट होता है और सरकार की प्राथमिकताएं तय होती हैं । क्या-क्या कार्य सरकार ने किया है और आगे क्या कार्य सरकार करने वाली है, इस पर चर्चा होती है। अध्यक्ष महोदय, संसार का एक अघोषित नियम है कि जो चीज आगे नहीं बढ़ती, उसे पीछे धकेल दिया जाता है। जहां प्रगति नहीं होती, वहां दुर्गति होती है, जहां उन्नति नहीं होती, वहां अवनति होती है, जहां विकास नहीं होता वहां विनाश होता है, जहां चलना नहीं होता, वहां रूकना होता है और जहां रूकना होता है, वहीं पर अंत होता है । अध्यक्ष महोदय, हवा चलती है इसलिए जीवन देती है। खून, सांस, धड़कन जब तक चलती है, तभी तक जीवन देती है, इसलिए कहा गया है कि हमेशा चलते रहना चाहिए । हमारे वेदों में, पुराणों में कहा गया ‘चरैवेति चरैवेति’ अर्थात चलते रहो, चलते रहो। न चलने वाला का बैठने वाले का भाग्य बैठ जाता है, सोने वाले का भाग्य सो जाता है, लेकिन जो व्यक्ति चलायमान रहता है, चलता रहता है उसका भाग्य भी गतिशील हो जाता है, चलता रहता है, इसलिए कहा गया है गति में प्रगति है और प्रगतिशील जीवन ही सर्वश्रेष्ठ जीवन है। अध्यक्ष महोदय, बिहार के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है कि बिहार की जनता ने जो जनादेश दिया है कि लगातार चौथी बार एनडीए के नेतृत्व में, नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चौथी बार बिहार में सरकार बनी है। अध्यक्ष महोदय, यह सरकार कड़े और बड़े फैसले लेने वाली सरकार है। ये सदन साक्षी है और हम सब इसकेसाक्षी हैं कि किस तरह से शराबबंदी जैसी योजना लागू करने वाली सरकार है। किस तरह से शराबबंदी के ऊपर हमलोगों ने इतनी बड़ी मानव श्रृंखला बनाने का काम किया है। यह सरकार किस तरह से दहेज उन्मूलन और बाल विवाह पर मानव श्रृंखला बनाने वाली सरकार है। यह सरकार चुनौतियों को अवसर में बदलने वाली सरकार है। यह सरकार कोरोना महामारी के समय 10 हजार करोड़ से ज्यादा रुपया खर्च करने वाली सरकार है। तेजस्वी जी ने अपनी चर्चा में बहुत अच्छी बात कही कि लोकतंत्रा में विपक्ष भी सरकार का हिस्सा होता है। मैं तीसरी बार जीतकर आया हूं, लेकिन फिर भी मैं अपने आपको नया समझता हूं, मैं आप सब लोगों से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि अभिभाषण की परम्परा को पढ़िये, देखिये और जरा अच्छी तरह समझिये। तेजस्वी जी ने एक बहुत अच्छी बात कही, मैं पिफर दुहराता हूं कि लोकतंत्रा में विपक्ष जो है, वह भी सरकार का अभिन्न हिस्सा होता है। आप भी सरकार को अंग हैं और यह अभिभाषण जो राज्यपाल महोदय का है, वह सबों के लिए है, लोकतंत्रा के लिए है। बिहार सरकार का है, यह उसका विजन डाक्यूमेंट है। यह सरकार चुनौतियों को स्वीकार करने वाली सरकार है, यह सरकार बिहार की स्पष्ट नीति और सटीक निर्णय लेने वाली सरकार है, यह सरकार जन भागीदारी और जन विश्वास से चलने वाली सरकार है, यह सरकार बिहार को आत्मनिर्भर बनाने वाली सरकार है, यह सरकार नौजवानों को स्किल देने वाली सरकार है, युवा शक्ति जिसको राष्ट्र शक्ति समझते हैं, उसका सशक्तिकरण करने वाली सरकार है, यह सरकार महिला सशक्तिकरण करने वाली सरकार है, यह सरकार बिहार के 8463 पंचायतों में हाई स्कूल की पढ़ाई शुरू करने वाली सरकार है, यह सरकार बेटियों और बहनों को साल में 600 रुपया खर्च करके सैनिटरी पैड देने वाली सरकार है। अध्यक्ष महोदय, मैं चम्पारण की धरती से आता हूं, जो महात्मा गांधी की कर्म भूमि रही है और चम्पारण जिसने मोहन दास करमचंद गांधी को महात्मा गांधी बनाने का काम किया। अध्यक्ष महोदय, इस बिहार की सरकार ने महिलाओं को, बेटियों को स्कूल तक लाने का काम किया है। बिहार के 8463 पंचायतों में हर जगह 9वीं क्लास की पढ़ाई, हाई स्कूल की पढ़ाई शुरू करने वाली सरकार है। गांव के भवनों, स्कूल के भवनों का निर्माण करने वाली सरकार है, थाने के भवनों का निर्माण करने वाली सरकार है और सात निश्चय के तहत इस सरकार ने हर घर और हर गली को बिजली पहुंचाने का काम किया है और इसी सरकार ने यह संकल्प लिया है और बिहार की जनता ने जनादेश दिया है कि अगली बार हम सरकार में आ गए। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में हर खेत को पानी और बिजली पहुंचाने का काम यह सरकार करने वाली है। अध्यक्ष महोदय, गांधी बाबा के शब्द हैं कि तेरे शहर का पेट मेरे गांव की मिट्टी से पलता है। गौरतलब रहे कि देश अपना गांव में बसता है। भारत की आत्मा गांव में बसती है, गांव में कौन लोग रहते हैं। अध्यक्ष महोदय, गांव में हमारे किसान भाई रहते हैं और जब हमारे गांव समृत्र होंगे, हमारे किसान समृद्ध होंगे तो हमारा बिहार समृद्ध होगा, हमारा देश समृद्ध होगा और हमारे प्रधनमंत्री जी ने किसान भाइयों की आमदनी दोगुना करने का लक्ष्य 2022 तक रखा है। मुख्यमंत्री जी ने तीसरा कृषि रोड मैप के तहत किसान भाइयों की आमदनी, हम केवल योजना रचना नहीं बनाते हैं, हम लक्ष्य भी तय करते हैं और हमने किसान भाइयों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा है और हम उसको पूरा करके दिखायेंगे। हमलोगों ने गरीब भाइयों के लिए 28 लाख 33 हजार आवास बनाने का काम किया है और आने वाले वर्षों में हम और 30 लाख आवास बनाने का काम करने वाले हैं।