• About
  • Contcat Us
Monday, June 16, 2025
  • Login
Hindi News, हिन्दी समाचार, न्यूज़ इन हिंदी, ताजा खबरें, लेटेस्ट न्यूज़ – BIRENDRA YADAV NEWS
  • होम
  • बिहार
  • जाति
  • राजनीति
  • कैबिनेट क्लब
  • प्रशासन
  • झारखण्ड
No Result
View All Result
  • होम
  • बिहार
  • जाति
  • राजनीति
  • कैबिनेट क्लब
  • प्रशासन
  • झारखण्ड
No Result
View All Result
Hindi News, हिन्दी समाचार, न्यूज़ इन हिंदी, ताजा खबरें, लेटेस्ट न्यूज़ – BIRENDRA YADAV NEWS
No Result
View All Result
Home कैबिनेट क्लब

जनता विधायक चुनती है, नेता तो समय की उपज होते हैं

विधान सभा और विधान परिषद की संसदीय समितियों की बैठक

admin by admin
August 29, 2021
in कैबिनेट क्लब, बिहार, राजनीति
0
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

27 अगस्‍त का‍ दिन। बिहार विधान सभा और विधान परिषद की संसदीय समितियों की बैठक निर्धारित थी। विधान सभा की 22 में से 20 कमेटियों की बैठक तय थी। सुबह 11 बजे से शाम 5.30 बजे तक विधायकों के आने-जाने का सिलसिला जारी था। हर समिति की बैठक के लिए समय तय होता है, लेकिन निर्धारित समय पर विधायकों की अपेक्षित उपस्थिति शायद ही होती है। इसलिए लोग इन समितियों की बैठक को दैनिक भत्‍ता के लिए ‘हस्‍ताक्षर अभियान’ की संज्ञा भी देते हैं।
समितियों की बैठक के दिन हम विधान सभा के गलियारों और समिति कक्षों में सक्रिय रहे। इस दौरान अनेक सदस्‍यों से मुलाकात हुई और विभिन्‍न मुद्दों पर चर्चा भी हुई। इसमें सभी धारा, पार्टी और जाति के विधायक या विधान पार्षद थे। सभी विधायक अपनी-अपनी धारा और पार्टी के हिसाब से राय रखते हैं। कई बार पार्टी से ज्‍यादा अपनी जाति के प्रति प्रतिबद्ध दिखने लगते हैं। शाम को करीब पौने छह बजे एक विधान पार्षद से मुलाकात हुई। चर्चा राजनीति पर शुरू हुई। नयी सरकार के गठन की संभावना पर भी चर्चा हुई।
उन विधान पार्षद से चर्चा के दौरान हमने कहा कि नीतीश कुमार फिलहाल चलती बैलगाड़ी में ‘बैल’ बदलने की स्थिति में नहीं हैं। गाड़ीवान की सीट को लेकर भाजपा और जदयू के बीच कोई मतभेद नहीं है। मुकेश सहनी और जीतनराम मांझी जैसे लोग ‘स्‍टेपनी’ हैं। बिना हवा के टायर। गाड़ी में टंगे रह सकते हैं, उनके सहारे गाड़ी चलने वाली नहीं है। बात आगे बढ़ती जा रही थी। फिर बात नेता और नेतृत्‍व की आयी। हमने कहा कि फिलहाल नीतीश कुमार नेता हैं और उनके नेतृत्‍व पर कोई संकट भी नहीं है। राजनीति कभी ‘नेता विहीन’ नहीं होती है। नेतृत्‍व की शून्‍यता कभी नहीं होती है। जनता विधायक चुनती है। नेता का चुनाव का समय करता है। कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद लोकदल में अनेक वरिष्‍ठ नेता थे, जो उनका उत्‍तराधिकारी बन सकते हैं। लेकिन समय ने लालू यादव को चुना। 1995 के बाद कथित समाजवादियों में बिखराव शुरू हुआ तो लालू यादव का विकल्‍प का सवाल नहीं था। समय ने नीतीश कुमार को चुन लिया। वह समय ऐसा था कि लालू यादव विरोधियों की पसंद नीतीश कुमार बनते जा रहे थे। 2000 के विधान सभा चुनाव के बाद सरकार बनाने की बारी आयी तो राज्‍यपाल ने अपनी दलीय निष्‍ठा के हिसाब से 34 विधायक वाले समता पार्टी के नेता नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया, जबकि उससे लगभग दुगुनी संख्‍या वाली भाजपा समर्थन में खड़ी थी। 2005 में समय ने नीतीश कुमार को नेता के रूप में चुन लिया। फरवरी 2005 के चुनाव में भाजपा और जदयू को अहसास हो गया था कि अलग-अलग रह कर लालू यादव को पराजित करना आसान नहीं है। इसलिए नवंबर 2005 के चुनाव में भाजपा ने ही नीतीश कुमार को सीएम के रूप में प्रोजेक्‍ट किया और जीत हासिल की। उस दिन भी नीतीश कुमार जनता की पसंद नहीं थे, बल्कि समय की जरूरत थे। नीतीश को समय और परिस्थितियों ने चुना था। सवर्णों को लगा था कि लालू यादव को पराजित करने की औकात सवर्णों वाली पार्टी भाजपा की नहीं है तो कुर्मी जाति के नीतीश कुमार को नेता मान लिया। समय और परिस्थिति उनके अनुकूल थी।
बात को आगे बढ़ाते हुए हमने कहा कि भाजपा के नेता लालकृष्‍ण आडवाणी के सामने ही उनके सहयोगी रहे नरेंद्र मोदी को पार्टी ने नेता चुन लिया था। क्‍योंकि उस दौर और परिस्थिति में लालकृष्‍ण आडवाणी अप्रासंगिक हो गये थे, जबकि नरेंद्र मोदी की प्रासंगिकता बढ़ती जा रही थी। लालू यादव, नीतीश कुमार या नरेंद्र मोदी में से कोई भी विधायकों या सासंदों की पसंद नहीं थे। तीनों अपने-अपने समय में समय की जरूरत को पूरा कर रहे थे। इसलिए नेता मान लिये गये या बन गये। इस लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था में जनता की भूमिका विधायक या सांसद चुनने तक सीमिति है। नेता का चुनाव समय करता है, परिस्थितियां करती हैं।
फिर हम वापस बिहार पर लौटे। बिहार भाजपा में नंदकिशोर यादव या सुशील मोदी को जनता ने विधायक के रूप में चुना था, पार्टी का नेता उन्‍हें समय ने बनाया था। वह दौर ही ऐसा था कि भाजपा को सवर्णों की ‘राजनीतिक कब्र’ पर पिछड़ों को खड़ा करना था। और भाजपा ने यही किया। उस दौर में नेता का नाम कुछ भी होता, जा‍तीय वर्ग तो उनका पिछड़ा ही होता। बात समाप्‍त करते हुए हमने कहा कि हर तीन साल पर 13 मंत्री बदल जाते हैं, क्‍योंकि उनका चयन या मनोनयन कोई व्‍यक्ति करता है। लेकिन नेता वर्षों तक जीवित रहते हैं, क्‍योंकि उनको समय चुनता है। इस श्रेणी में आप डॉ राममनोहर लोहिया, जवाहरलाल नेहरू से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी तक नाम रख सकते हैं।
https://www.facebook.com/kumarbypatna

Tags: bihar vidhan sabha baithak
Previous Post

यादव, राजपूत और भूमिहार मुखिया उम्‍मीदवारों के लिए

Next Post

अशोक यादव के पिता विधायक और मां रही हैं एमएलसी

admin

admin

Next Post

अशोक यादव के पिता विधायक और मां रही हैं एमएलसी

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Trending
  • Comments
  • Latest
फिर मंडप में बैठी कुर्मी सरकार, दहेज में मिला कोईरी और भूमिहार

फिर मंडप में बैठी कुर्मी सरकार, दहेज में मिला कोईरी और भूमिहार

January 28, 2024
सम्राट चौधरी को पगड़ी गंगा में बहाने के मिले संकेत

सम्राट चौधरी को पगड़ी गंगा में बहाने के मिले संकेत

January 20, 2024
जमुई के लोजपारा के अरुण भारती की उम्‍मीदवारी पर खतरा मंडराया

जमुई के लोजपारा के अरुण भारती की उम्‍मीदवारी पर खतरा मंडराया

April 4, 2024
लोकसभा टिकट की दावेदारी पर पढि़ये सबसे बड़ा और सबसे पहला सर्वे

लोकसभा टिकट की दावेदारी पर पढि़ये सबसे बड़ा और सबसे पहला सर्वे

August 6, 2023
सुशील, सम्राट, हरी, उपेंद्र, चिराग सब गंगा में हदा दिये जाएंगे

सुशील, सम्राट, हरी, उपेंद्र, चिराग सब गंगा में हदा दिये जाएंगे

2

‘विधवा सुहागन’ हो गये पंचायत प्रतिनिधि अध्‍यादेश की ‘नौटंकी’ का सच आया सामने एमएलसी चुनाव में वोट देने का अधिकार भी देगी सरकार

0

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) प्रमाणपत्र आजीवन रहेगा वैध सात वर्ष पुराने सर्टिफिकेट की जगह नया प्रमाणपत्र देगी राज्‍य सरकार

0

भाजपा और संघ का इतिहास धोखा देने का है

0
पितृ-दिवस पर लेख्य-मंजूषा की ओर से आहूत हुआ साहित्योत्सव

राजनीति के सामंत लालू यादव जानबूझ कर करते हैं दलितों का अपमान

June 16, 2025
जनता दल यू के प्रदेश सचिव मो. हारूण राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की

जनता दल यू के प्रदेश सचिव मो. हारूण राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की

June 16, 2025
पत्रकार उपेंद्र कश्‍यप की पुस्‍तक का लोकार्पण

पत्रकार उपेंद्र कश्‍यप की पुस्‍तक का लोकार्पण

June 15, 2025
राजद प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र नामांकन दाखिल

प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष  मंगनी लाल मंडल निर्विरोध निर्वाचित 

June 15, 2025

Recent News

पितृ-दिवस पर लेख्य-मंजूषा की ओर से आहूत हुआ साहित्योत्सव

राजनीति के सामंत लालू यादव जानबूझ कर करते हैं दलितों का अपमान

June 16, 2025
जनता दल यू के प्रदेश सचिव मो. हारूण राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की

जनता दल यू के प्रदेश सचिव मो. हारूण राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की

June 16, 2025
पत्रकार उपेंद्र कश्‍यप की पुस्‍तक का लोकार्पण

पत्रकार उपेंद्र कश्‍यप की पुस्‍तक का लोकार्पण

June 15, 2025
राजद प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र नामांकन दाखिल

प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष  मंगनी लाल मंडल निर्विरोध निर्वाचित 

June 15, 2025
Hindi News, हिन्दी समाचार, न्यूज़ इन हिंदी, ताजा खबरें, लेटेस्ट न्यूज़ – BIRENDRA YADAV NEWS

Hindi News, हिन्दी समाचार, न्यूज़ इन हिंदी, ताजा खबरें, लेटेस्ट न्यूज़ – BIRENDRA YADAV NEWS

Browse by Category

  • education
  • Uncategorized
  • कैबिनेट क्लब
  • जाति
  • झारखण्ड
  • प्रशासन
  • बिहार
  • राजनीति

Recent News

पितृ-दिवस पर लेख्य-मंजूषा की ओर से आहूत हुआ साहित्योत्सव

राजनीति के सामंत लालू यादव जानबूझ कर करते हैं दलितों का अपमान

June 16, 2025
जनता दल यू के प्रदेश सचिव मो. हारूण राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की

जनता दल यू के प्रदेश सचिव मो. हारूण राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की

June 16, 2025
  • होम
  • बिहार
  • जाति
  • राजनीति
  • कैबिनेट क्लब

© 2023 Birendra Yadav News

No Result
View All Result
  • Homepages

© 2023 Birendra Yadav News

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In