औरंगाबाद से भाजपा के टिकट पर विधान पार्षद निर्वाचित हुए हैं दिलीप कुमार सिंह। स्थानीय प्राधिकार कोटे के तहत निर्वाचित दिलीप सिंह औरंगाबाद प्रखंड के दो बार प्रमुख रहे हैं। फिलहाल उनकी पत्नी ज्ञानती देवी प्रखंड प्रमुख हैं। दिलीप सिंह 2001 में पहली बार प्रमुख निर्वाचित हुए थे, जबकि दूसरी 2016 में प्रमुख बने थे। उनकी पत्नी तीसरी बार प्रखंड प्रमुख बनी हैं। 2006 और 2011 में महिला आरक्षित सीट थी और इसी कोटे से प्रमुख बनी थीं, जबकि 2021 में औरंगाबाद सामान्य सीट से निर्वाचित हुईं।
वीरेंद्र यादव न्यूज के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि एमएलसी चुनाव की तैयारी कर रहे थे। इस कारण ज्ञानती देवी ही पंचायत समिति का चुनाव लड़ीं और निर्वाचित होकर प्रमुख बनीं।
— वीरेंद्र यादव न्यूज —
उन्होंने कहा कि 2001 से लगातार प्रखंड प्रमुख होने के कारण राजनीति का लंबा अनुभव हो गया है। विकास के प्रति प्रतिबद्धता और जन समस्याओं के समाधान का लगातार प्रयास करते रहे हैं। प्रमुख के रूप में जन अपेक्षाओं को समझने का मौका भी मिला।
वे कहते हैं कि जनता ने भरोसा जताया है और उस भरोसे पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। अपनी प्राथमिकताओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि औरंगाबाद में मेडिकल कॉलेज नहीं है। इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात करके मेडिकल कॉलेज बनवाने का प्रयास करेंगे। सोननहर औरंगाबाद जिले में सिंचाई का सबसे बड़ा माध्यम है। समय पर खेतों तक पानी पहुंचे, इसके लिए भी प्रयास करेंगे।
इंटर तक शिक्षा प्राप्त दिलीप सिंह विधान परिषद की प्रत्यायुक्त विधान समिति के सदस्य हैं। उनकी कोई पारिवारिक राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। पिछले 21 वर्षों से औरंगाबाद के प्रखंड प्रमुख होने के कारण जिले की राजनीतिक पर पकड़ बन गयी है। इन राजनीतिक अनुभवों के आधार पर विधान परिषद सदस्य के रूप में जिले के विकास को नयी दिशा देना चाहते हैं।