स्थानीय प्राधिकार कोटे की वैशाली सीट से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए हैं भूषण राय। लोजपा की मान्यता खत्म होने के बाद नवगठित रालोजपा के टिकट पर निर्वाचित होने वाले वे पहले सदस्य हैं। इस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस हैं।
— वीरेंद्र यादव न्यूज —
वीरेंद्र यादव न्यूज के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि वह पहली बार प्रत्यक्ष रूप से राजनीति में सक्रिय हुए हैं। पिछले दिसंबर महीने में उन्होंने रालोजपा की सदस्यता ली थी। विधान परिषद चुनाव में वैशाली सीट रालोजपा को मिलने के बाद पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया। परिषद चुनाव में किसी पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार घोषित होने वाले भूषण राय पहले व्यक्ति थे। अन्य पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा चुनाव की घोषणा के बाद की थी। भूषण राय मूलत: व्यवसायी हैं।
राजनीति सक्रियता के संबंध में उन्होंने कहा कि उनके पिता रामचंद्र राय 1990 में लालगंज से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके थे। उनकी पत्नी रेणु राय 2006 से 2011 के बीच भगवानपुर की प्रमुख थीं। वे 2001-06 तक जिला परिषद सदस्य भी रही थीं। 1989 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट भूषण राय कहते हैं कि राजनीति में अब लंबी दूरी तय करनी है। अपनी प्राथमिकताओं के संबंध में उन्होंने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था को मजबूती प्रदान करने का काम करेंगे। घोड़परास और बाढ़ से जिले में फसलों को काफी नुकसान होता है। इन समस्याओं से मुक्ति के लिए भी प्रयास करेंगे।