भाजपा के दोनों उम्मीदवार शंभूशरण पटेल और सतीश चंद्र दूबे निर्धारित तिथि 30 सितंबर को राज्य सभा के लिए अपना नामांकन दाखिल नहीं कर पाये, जबकि जदयू के खीरू महतो नामांकन के बाद जदयू विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ फोटो खींचवाते रहे। उन्होंने कहा कि अब जीत का सर्टिफिकेट लेकर ही झारखंड जाएंगे।
भोज के दिन कोहड़ा रोपने के फेर भाजपा उम्मीदवार और उनके नेता सोमवार को सुखले मुंह वापस लौट गये। भाजपा के कार्यकर्ता माला लेकर पहुंचे थे, लेकिन निराश रह गये। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करीब 1.10 बजे विधान सभा स्थित अपने चैंबर में पहुंचे। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल पहुंचे। जदूय अध्यक्ष ललन सिंह और उम्मीदवार खीरू महतो पहले से ही सीएम चैंबर में मौजूद थे। करीब पौने दो बजे मुख्यमंत्री के साथ जदयू और भाजपा के वरिष्ठ नेता खीरू महतो और सतीश चंद्र दूबे को लेकर सचिव के कार्यालय में दाखिल हुए। इस बीच खीरू महतो के नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी। सतीश चंद्र दूबे दूसरे उम्मीदवार शंभू शरण पटेल का इंतजार करते रहे। उधर हांफते हुए शंभूशरण पटेल आये और सचिव कक्ष में जाने लगे। वहां तैनात मार्शल ने उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया। उम्मीदवार होने की सूचना के बाद अंदर जाने दिया। इसके थोड़ी देर बाद सचिव कक्ष का मजमा उखड़ गया। हमें लगा कि तीनों लोगों का नामांकन हो गया। लेकिन आशंका भी हुई कि शंभूशरण के जाते ही इतनी जल्दी नामांकन कैसे हो सकता है। इस बीच एक मार्शल ने बताया कि सिर्फ जदयू उम्मीदवार का नामांकन हुआ है।
इधर, मुख्यमंत्री के चैंबर में विराजमान भाजपा नेताओं की बेचैनी बढ़ती जा रही थी। उम्मीदवार के पास पर्याप्त कागज नहीं था। इस मामले में ‘विश्वस्तरीय’ पार्टी की भद हो रही थी। मुख्यमंत्री भी अकूता कर पोर्टिको की ओर बाहर निकल गये। इसके बाद भाजपा नेताओं ने उन्हें दुबारा बुलाया। तब तक कागज पक्का नहीं हो पाया था। तीन बजने को था। अब नामांकन संभव नहीं था। इसके बाद मुख्यमंत्री पोर्टिको में आये। मीडिया के साथ बातचीत की और प्रस्थान कर गये। फिर एक-एक कर सभी नेता प्रस्थान करने लगे।
विधान सभा में भाजपा के उपमुख्य सचेतक जनक सिंह अपने दोनों उम्मीदवारों को लेकर मुख्य सचेतक श्रवण कुमार के चैंबर में पहुंचे। पहले दोनों उम्मीदवारों को फटकार झेलनी पड़ी। दोनों को मंगलवार की सुबह 9 बजे तक कागजात पूरी तरह तैयार करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ श्रवण कुमार ने कहा कि इस बीच किसी भी मदद की जरूरत हो तो संपर्क कर सकते हैं। वैसे बिहार में राजद के भोला यादव तथा जदयू के श्रवण कुमार और संजय गांधी नामांकन विशेषज्ञ हो गये हैं।
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