बिहार आर्ट थियेटर द्वारा आयोजित 107वीं अनिल कुमार मुखर्जी जयंती समारोह सह 32 वां पटना थियेटर फेस्टिवल का उद्घाटन बिहार सरकार के माननीय कला-संस्कृति व युवा मंत्री श्री जितेंद्र कुमार राय ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कलाकारों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि थिएटर रंगमंच अभिनय की जन्मभूमि है। कमर्शियलाइजेशन से दूर असली कला का महत्व अगर जन-जन तक पहुंच सका है तो इसमें रंगमंच का ही योगदान है। उन्होंने कहा कि बिहार में कला और कलाकारों के उत्थान व विकास के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्पित हैं। उन्होंने कहा क्षेत्र के उत्थान से रोजगार सृजन की संभावना भी है, जो हमारी पार्टी और हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य है।
वहीं, भितिहरवा आश्रम जीवन कौशल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पटना थिएटर फेस्टिवल का इतिहास गौरवशाली रहा है। बिहार आर्ट थिएटर ने इस फेस्टिवल की गरिमा को हमेशा से बरकरार रखा है और पिछले कुछ वर्षों से तो यह फेस्टिवल कला समागम की तरह प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह अवसर स्वर्गीय अनिल कुमार मुखर्जी की उस दूरदर्शी और कलाप्रेमी सोच को नमन करने का भी है, जिनके वजह से आज बिहार की राजधानी पटना में कला का इतना बड़ा समागम संभव हो सका है।
इस अवसर पर जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष व बिहार आर्ट थिएटर के बोर्ड सदस्य प्रो. निहोरा प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार आर्ट थिएटर कला प्रेमियों के लिए लगातार ऐसे प्रयास करता रहा है जो कला के विकास में योगदान दे सके। स्वर्गीय अनिल कुमार मुखर्जी की कला के प्रति सोच को जन जन तक पहुंचाने में बिहार आर्ट थिएटर व कलाकार सदैव जुटे रहते हैं। समाज तभी संवेदनशील हो सकता है, जब समाज में कला के प्रति सम्मान हो। यह सम्मान बरकरार रखने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं।
कार्यक्रम में बिहार आर्ट थिएटर के महासचिव कुमार अभिषेक रंजन ने कहा कि 14 जनवरी से 20 जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन की शुरुआत बिहार आर्ट थियेटर रेपर्टरी द्वारा प्रस्तुत एवं स्व. अनिल कुमार मुखर्जी द्वारा लिखित हिंदी नाटक “विप्लवी’ से हो रही। इस नाटक के निर्देशक थे – आशुतोष निर्भय। यह फेस्टिवल पद्मश्री स्व. रामचंद्र मांझी जी को समर्पित है। 7 दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में हर दिन पटना के प्रमुख संस्थाएं भाग लेंगी और महोत्सव के आखिरी दिन यानी 20 जनवरी 2023 को समारोह की समाप्ति बिहार आर्ट थियेटर के नाटक के साथ होगी। साथ ही बिहार के लोकप्रिय नाट्यकार, सहत्याकार एवं रंगकर्मी श्रीमती ममता मेहरोत्रा एवं वरिष्ठ रंगकर्मी श्री सुनील बिहारी को अनिल कुमार मुखर्जी शिखर सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। कुमार अभिषेक रंजन ने कहा कि हमारी कोशिश है कि कलाकारों और कला के लिए राज्य में एक बेहतर माहौल बने। इसके लिए हम रंगमंच के जरिए निरंतर प्रयास करते रहते हैं।
इस समारोह में शहर प्रतिष्ठित लोगों एवं रंगकर्मियों से प्रेक्षागृह भरी हुई दिखी।
मुख्य अतिथि प्रसिद्ध शिक्षाविद सह समाज सेवी श्री शैलेन्द्र प्रताप सिंह, समाज सेवी श्री कमल नोपानी , LIC के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक श्री कुलभूषण शर्मा थे। इस आयोजन में बिहार आर्ट थियेटर के अध्यक्ष श्री आर.एन दाश, उपाध्यक्ष श्री निहोरा प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष श्रीमती उज्ज्वला गांगुली, महासचिव कुमार अभिषेक रंजन, श्री गुप्तेश्वर कुमार, श्री दीपांकर मुखर्जी, बिहार नाट्यकला प्रशिक्षणालय की निदेशक श्रीमती सुष्मिता मुखर्जी, श्री अरूण कुमार सिन्हा, श्री सुमन कुमार, श्री प्रदीप गांगुली आदि भी शामिल रहे।