कालिदास रंगालय में 7 दिवसीय 32 वें पटना थिएटर फेस्टिवल के अंतिम दिन, बिहार आर्ट थिएटर की टीम द्वारा हास्य से भरपूर हिंदी नाटक ‘बिन दुल्हन की शादी’ का मंचन हुआ। जिसका दर्शकों ने भरपूर आनंद उठाया। बिहार आर्ट थिएटर के संस्थापक अनिल कुमार मुखर्जी द्वारा लिखित एवं डॉ. सुभाष कृष्ण द्वारा निर्देशित नाटक बिन दुल्हन की शादी की कहानी एक ऐसे युवक प्रांजल की है जो शहर में रहकर पढाई कर रहा है।
एक दिन उसके पिता उसका लव लेटर पकड़ लेते हैं, इसके बाद पिताजी ने 24 घंटे के अंदर प्रेमिका को पत्नी बनाने की शर्त रखी या उनकी पसंद की लड़की से शादी करने को कहा। प्रांजल की प्रेमिका शहर से बहुत दूर गई थी। इसलिए वो इस शर्त को पूरा नहीं कर सकता था। ऐसे में उसने अपने मित्र झंकार, प्रोफेसर पांच और लॉज मैनेजर के साथ मिलकर एक झूठी शादी रची, लेकिन अंत में पकड़ा गया।
अभिनेता शशांक कुमार, सूरज कुमार, प्रवीण कुमार, वीर कश्यप, विक्रांत गौतम एवं डॉ. सुभाष कृष्ण ने अपने अभिनय से दर्शको का जमकर मनोरंजन किया। नेपथ्य में विश्वनाथ कुमार, सोनू कुमार, उपेंद्र कुमार एवं राजकुमार शर्मा ने सहयोग किया।
फेस्टिवल में बैट के महासचिव कुमार अभिषेक रंजन, अध्यक्ष आर.एन.दास, उपाध्यक्ष डॉ. निहोरा प्रसाद यादव, उपाध्यक्ष उज्जवला गांगुली एवं संस्थापक सदस्य सह अध्यक्ष दीपांकार मुखर्जी ने सभी दर्शको एवं नाट्य संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया।