रणविजय फिलहाल जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा से पीएचडी कर रहे हैं। वे पटना विश्वविद्यालय से विधि स्नातक के साथ राजनीति विज्ञान विभाग में पीजी कर चुके हैं। उन्होंने बिहार आर्ट थियेटर, कालिदास रंगालय पटना से अभिनय और निर्देशन में डिप्लोमा हासिल किया है।
उन्होंने महाभोज, किस्सा मौजपुर का, पंच परमेश्वर, सद्गति, दूध का दाम आदि नाटकों का निर्देशन किया है। इसके साथ ही कबीरा खड़ा बाज़ार, दस दिन का अनशन, ईदगाह, सद्गति, पंच परमेश्वर, नेफा की एक शाम, किस्सा मौजपुर का, सिक्का, बिन बेटी सब सून, काबुली वाला और मिनी, कोठा, विजय विभूति, बुद्धं शरणं गच्छामि, कादम्बिनी आदि नाटकों में अभिनेता के रूप में कार्य किया है।