पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने पीएफआई जैसी देशद्रोही, विध्वंसक शक्तियों की बिहार में मौजूदगी और विस्तार पर चिंता व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक अस्थिरता व प्रशासनिक अराजकता की वजह से बिहार आतंकी संगठनों का सुरक्षित पनाहगार बन गया है। बिहार में आतंकी संगठनों के सरगनाओं व सक्रिय सदस्यों की मौजूदगी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गम्भीर संकट उत्पन्न कर सकता है।
श्री प्रसाद ने कहा है कि एनआईए ने खुफिया सूचना के आधार पर प्रतिबंधित पीएफआई जैसी राष्ट्रद्रोही व गज़वा-ए-हिन्द’ के अभियान में लगे संगठन के सरगना रियाज मारूफ सहित 8 अन्य को पूर्वी चंपारण के कुआंवा गांव से हिरासत में लिया है। अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर को उड़ाने की साजिश को लेकर सोशल मीडिया में मैसेज वायरल होने के बाद एनआईए ने छापेमारी कर स्थानीय पुलिस के सहयोग से इन सबको दबोचा है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल पटना के फुलवारीशरीफ में बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय जांच एजेंसियों ने पीएफआई के बड़े नेटवर्क व उसके विध्वंसक मंसूबे का पर्दाफाश किया था। बिहार में राजनीतिक अस्थिरता व प्रशासनिक अराजकता की वजह से ही आतंकियों को सर उठाने का मौका मिल रहा है। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी गम्भीर संकट उत्पन्न हो सकता है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ बिहार की महागठबंधन सरकार वोटों के ध्रुवीकरण के लिए सामाजिक उन्माद फैलाने में जुटी है, वही राज्य में देशद्रोही संगठनों व उससे जुड़े लोगों के नेटवर्क का विस्तार हो रहा है, जो चिंता की बात है।