बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि नॉर्थ-ईस्ट के तीन राज्यों के चुनाव परिणामों से यह स्पष्ट है कि पूरे देश के साथ नॉर्थ-ईस्ट से भी कांग्रेस का सफाया हो चुका है। चुनाव में कांग्रेस का न भारत जोड़ो यात्रा काम आया और न राहुल गांधी का नेतृत्व ही कारगर रहा।
तीन राज्यों में से दो राज्यों नागालैंड और त्रिपुरा में भाजपा गठबंधन को मिली जीत उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वीकार्यता का प्रतीक है। वहीं मेघालय के रुझानों में एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है जबकि कांग्रेस को जोरदार झटका लगा है।
श्री सिन्हा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के पूर्वोत्तर में शांति और विकास के एजेंडे की वजह से नॉर्थ-ईस्ट के आम लोगों का बीजेपी को साथ मिला है। नॉर्थ-ईस्ट के लोगों ने पहली बार देखा है कि केंद्र ने शांति और विकास के लिए कितनी बारीकी और ईमानदारी से काम किया है, चाहे वह राजमार्ग बनाने जैसी बड़ी परियोजनाएं हों या उन्हें पेयजल, मुफ्त राशन और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना हो।
उन्होंने कहा कि केंद्र और पूर्वोत्तर के बीच पहले एक बड़ी दरार और खाई थी, लेकिन यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार ने उन दूरियों को खत्म कर नॉर्थ-ईस्ट के सभी राज्यों और वहां के वासियों को देश की मुख्यधारा से जोड़ा है। त्रिपुरा में भी भाजपा का समर्थन बढ़ा है। वहां के लोगों ने देखा है कि कैसे भाजपा ने पुरानी समस्याओं को हल करके उनसे किए गए अपने वादों को पूरा करने के लिए काम किया है। भाजपा की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उसने नॉर्थ-ईस्ट में राष्ट्रीयता के भाव को प्रखर करने के साथ ही वहां एक तरह से कांग्रेस का सफाया कर दिया है।