पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिये गये व्याख्यान पर निशाना साधा है। श्री पांडेय ने कहा कि यह कोई पहली बार और नई बात नहीं है। इससे पहले भी वे विदेश में भारत को लेकर विरोधाभासी बातें की हैं। राहुल ने बीते साल मई माह में कैंब्रिज विश्वविद्यालय में ही आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर जो स्पीच दिया था, उसकी देश में काफी आलोचना भी हुई थी। शुक्रवार को राहुल एक बार फिर केंद्र सरकार की बुराई और खुद से अपनी तारीफ करने से पीछे नहीं रहे। वे विदेश व्याख्यान देने नहीं, भारत को बदनाम करने जाते हैं। छात्रों के बीच व्याख्यान में ज्ञानपरख बातें होनी चाहिए, न कि कुंठा से ग्रसित देश की छवि बिगाड़ने वाली।
श्री पांडेय ने कहा कि कांग्रेस के युवराज भारत में ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलने की बात करते हैं और विदेश में अपने देश और चुनी हुई सरकार की खिल्ली उड़ाते हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि भारत की सरकार संघीय व्यवस्था के तहत काम कर रही है। भारत में जहां लोकतंत्र व न्यायपालिका सुरक्षित है, वहीं प्रेस-मीडिया भी पूरी तरह स्वतंत्र हैं। दरअसल, राहुल और उनका पूरा परिवार नरेन्द्र मोदी विरोध को ही अपनी राजनीति मानता है। देश में राजनैतिक सामना नहीं कर वे विदेश में इसकी टीस निकाल रहे हैं। देश की जनता कांग्रेस की नीति और नियति से वाकिफ है। जनता यह समझ चुकी है कि कांग्रेस नेता बेरोजगार और हताश हैं। इसलिए विदेश में इस तरह की मनगढ़ंत बातें कर देश-विदेश के लोगों को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन इससे कांग्रेस नेता को जनता की सहानुभूति नहीं मिलेगी। हां, पूर्वोत्तर राज्यों की तरह हार का सामना जरूर करना पड़ेगा।