पुर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने संसद के नए भवन का उदघाटन पर 19 विपक्षी दलों द्वारा उदघाटन समारोह के बहिष्कार को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत के संसदीय स्तंभ के रूप में नए संसद भवन के उदघाटन का विरोध भारत के लोकतंत्र का अपमान हैं। विपक्ष भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बढ़ते कद्दावर व्यक्तित्व से घबरा गया है एवं अवसाद में हैं ।
पुर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में भी बिहार विधान मंडल के विस्तारित भवन का उदघाटन मुख्यमंत्री ने किया था। छत्तीसगढ़ राज्य में नवीन विधानसभा भवन का भूमि पूजन सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी से कराया गया था। मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष गरिमामय उपस्थिति में थे। इस तरह के विरोध से ना भारत की प्रगति रुकेगी ना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बढ़ता कद्दावर व्यक्तित्व रुकेगा। देश के सम्मान, संप्रभूता एवं स्वाभिमान पर दलगत राजनीति नही होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी का विरोध करते करते यह देश विरोध पर उतर आए हैं जब दुनिया भर में भारत की साख के चर्चे हैं तब इस गौरवशाली अवसर का विरोध विपक्षी दलों की ओछी राजनीति और कुंठा से ज्यादा कुछ नहीं हैं। जो दल आज देश की संसद भवन का विरोध कर रहे हैं उन्हें देश की जनता देख रही है
पुर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है ऐसे वक्त पर विपक्ष का विरोध भारत के लोकतंत्र में उचित नहीं हैं। उन्होंने विपक्ष से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की जिससे कि देश के लिए सत्ता एवं प्रतिपक्ष एक है यह संदेश भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेगा।