अब तक ग्राम पंचायत, पंचायत समिति या जिला परिषद की बैठक में महिला प्रतिनिधियों के पति शामिल होते रहे थे। कई बार निर्वाचित प्रतिनिधि पति के मामले ने तुल भी पकड़ा। इस संबंध में शासकीय निर्देश भी जारी किये गये कि सरकारी बैठक में महिला प्रतिनिधियों के पति, सुसर या पुत्र शामिल नहीं होंगे। इस पर कितना अनुपालन हुआ, यह अलग विषय है। लेकिन बात अब इससे आगे बढ़ गयी है। अब राज्यपाल से मिलने वाले शिष्टमंडल में भी निर्वाचित पदधारक के पति पहुंचने लगे हैं।
रविवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात करने बिहार राज्य सरकारी बैंक के निदेशक मंडल के सदस्य और जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष पहुंचे थे। यह एक सरकारी कार्यक्रम था और शिष्टमंडल का नेतृत्व बिहार राज्य सरकारी बैंक के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे कर रहे थे। वरिष्ठ मार्गदर्शक के रूप में विधान पार्षद और बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह भी शामिल थे। बिहार में कुल 23 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक हैं और 22 जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष का चुनाव हाल ही संपन्न हुआ है। सुपौल जिला सरकारी बैंक के अध्यक्ष का चुनाव कई वर्षों से नहीं हुआ है।
प्रतिनिधि मंडल में कटिहार, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पूर्णिया, समस्तीपुर और सीतामढ़ी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष विभिन्न कारणों से शामिल नहीं थे। संभव है एकाध नाम इधर-उधर हो। प्रतिनिधि मंडल में सीतामढ़ी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक की अध्यक्ष मधु प्रिया भी शामिल नहीं थीं। प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्यों ने बताया कि मधुप्रिया की जगह उनके पति सुधीर कुंवर मौजूद थे। वे आधिकारिक रूप से पत्नी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे या अन्य सदस्यों के साथ अनौपचारिक रूप से चले गये थे। इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं मिल पाया है।
राज्यपाल से मुलाकात का समय शाम 4 बजे निर्धारित था। हम वहां करीब 3.40 बजे पहुंच चुके थे। तब तक सीवान के मनोज कुमार सिंह पहले व्यक्ति के रूप में पहुंचे थे। 5-7 मिनट में 12-15 गाडि़यां पहुंच गयीं। राजभवन के गेट पर सुरक्षा प्रहरी मुलाकातियों का परिचय ले रहे थे और गाड़ी अंदर भेज रहे थे। इस दौरान हम गाड़ी में सवार लोगों से बातचीत कर अपनी पत्रिका वीरेंद्र यादव न्यूज की कॉपी भी दे रहे थे। इसी बीच एक गाड़ी में सवार व्यक्ति से जिला के संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी से हैं। हमने कहा कि वहां तो मधु प्रिया अध्यक्ष हैं। तब उन्होंने कहा कि वे हमारी पत्नी हैं। लोगों से बातचीत के दरम्यान ही सभी गाडि़यां राजभवन के परिसर के लिए रवाना हो चुकी थीं।
राज्यपाल से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में बिहार राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष रमेश चंद्र चौबे (रोहतास), सत्येंद्र नारायण सिंह (आरा), संतोष कुमार सिंह (औरंगाबाद), नरेंद्र सिंह (बेगूसराय), संतोष गुप्ता (बेतिया), जितेंद्र सिंह (भागलपुर), महेश राय (गोपालगंज), अखिलेश कुमार विद्यार्थी (खगडि़या), विधायक विनय कुमार (मगध, गया), सुदर्शन प्रसाद सिंह (मोतिहारी), मिंटू देवी (मुंगेर), रितेश कुमार (पाटलिपुत्र), रमन कुमार सिंह (रोहिका, मधुबनी), मनोज कुमार सिंह (सीवान) और सुधी रंजन प्रसाद (वैशाली) शामिल थे।
मुलाकात के दौरान प्रतिनिधि मंडल ने एक ज्ञापन भी राज्यपाल को सौंपा। ज्ञापन में किसानों के हित में कदम उठाने का आग्रह राज्यपाल से किया गया था। इस दौरान राज्यपाल श्री आर्लेकर ने सहकारिता का प्रशासनिक ढांचा, व्यवहारगत चुनौती, पैक्स और व्यापार मंडल के संबंध में दिलचस्पी दिखायी। उन्होंने सहकारिता से जुड़े अपने अनुभव भी साझा किये। लगभग 45 मिनट की मुलाकात में प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने पारंपरिक रूप से राज्यपाल को सम्मानित किया। इस दाैैैरान अनेक मुद्दों पर चर्चा भी हुई।
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