पिछले एक महीने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दूसरी पुस्तक का लोकार्पण शुक्रवार यानी 4 अगस्त को होगा। इससे पहले 3 जुलाई को ज्ञान भवन में उदय कांत मिश्रा के संपादन में प्रकाशित ‘नीतीश कुमार’ नामक पुस्तक का लोकार्पण राजद प्रमुख लालू यादव ने किया था।
शुक्रवार को ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव और वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ‘संसद में नीतीश कुमार’ नामक पुस्तक का लोकार्पण करेंगे। यह पुस्तक श्रृंखलाबद्ध है और यह पांच अलग-अलग पुस्तक के रूप में प्रकाशित है। इस पुस्तक में सांसद और केंद्रीय मंत्री के रूप में नीतीश कुमार के भाषणों का संकलन है। पहले खंड में कृषि प्रधान भारत को फोकस किया गया है, जबकि दूसरे खंड में भारतीय रेलवे से जुड़ी सामग्री है। तीसरे खंड में विकासशील भारत की चर्चा की गयी है। चौथे खंड में भारतीय समाज और पांचवें खंड में भारतीय राजनीति को समाहित किया गया है। यह पुस्तक समाजवादी नेता, पीरो के गांधी, स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व विधायक स्व.राम एकबाल सिंह वरसी को समर्पित है। लोकार्पण समारोह का आयोजन जगजीवनराम संसदीय अध्ययन और राजनीतिक शोध संस्थान के सभागार में आयोजित किया गया है। पुस्तक का प्रकाशन साहित्य संसद ने किया है।
बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य और पुस्तक के संपादक जगनारायण सिंह यादव ने वीरेंद्र यादव न्यूज को बताया कि संसद में नीतीश कुमार का प्रकाशन पांच खंडों में किया गया है और सभी खंडों का लोकार्पण एक साथ किया जाएगा। इस पुस्तक के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनपक्षीय सरोकार और देश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को समझने में मदद मिलेगी। वे कहते हैं कि लगभग 10 वर्षों की मेहनत, अध्ययन और सामग्री संकलन के बाद पुस्तक समग्रता में आयी है। इस पुस्तक को पढ़ने से बिहार के साथ ही भारत की राजनीतिक और सामाजिक ढांचे के अंतर्संबंधों को गहराई से समझा जा सकता है। श्री यादव ने पांचों खंडों के लिए अलग-अलग आमुख लिखा है और आमुख में ही उस खंड विशेष की सामग्री को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी है। वीरेंद्र यादव न्यूज अपने पाठकों से आग्रह करता है कि वे जगनारायण सिंह यादव की संपादित पुस्तक को खरीदें और अन्य साथियों को खरीद कर पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।
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