भारतीय लोकतंत्र को बांझ, बहिला और बधिया करने का अभियान काफी तेज हो गया है। संविधान को मनुस्मृति का प्रतिरूप बनाने की साजिश भी तेज हो गयी है। और सबसे बड़ी बात यह है कि जिसके कंधे पर तलवार लटक रही है, वही इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है।
रामनाथ कोविंद का सांसद, राज्यपाल या राष्ट्रपति होने में उनका अनुसूचित जाति का होना ही सबसे बड़ी योग्यता थी। सवर्णों को आरक्षण देने का काम भी उनके ही हाथों संपन्न हुआ। अब जब देश में लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए वन नेशनल, वन इलेक्शन का फार्मूला सामने लाया गया है तो उस समिति का अध्यक्ष भी उन्हें ही बनाया गया है।
कोविंद समिति काफी तेज गति से काम करेगी। क्योंकि उसे सिर्फ भाजपा नेतृत्व द्वारा तैयार की गयी रिपोर्ट पर मुहर लगाना है। जिस तरीके से सवर्णों को आरक्षण देने के लिए सरकार का पूरा तंत्र सक्रिय हो गया था, उससे भी तेज गति से कोविंद समिति वन नेशन, वन इलेक्शन की सिफारिश करेगी। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कोई बिल संसद में पेश किया जाएगा तो उसे बहुमत भी गैरसवर्ण सदस्यों के समर्थन से मिलेगा। और इसका नुकसान भी गैरसवर्णों को ही होना है। भाजपा का एक अपना राजनीतिक चरित्र है। मुसलमान में वह ऐसे नेता को बड़ी जिम्मेवारी सौंपती है, जिसकी पत्नी हिंदू हो। ठीक उसी तरह अनुसूचित जाति के ऐसे लोगों को भरोसेवाला पद सौंपती है, जिसकी पत्नी ब्राह्मण हो।
बिहार में भाजपा के साथ और पास रहने वाले सभी बड़े नेता गैरसवर्ण हैं। सांसद सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरी सहनी, सहयोगी उपेंद्र कुशवाहा या चिराग पासवान सभी गैरसवर्ण हैं। वे सभी वन नेशन, वन इलेक्शन के गुनगान में जुटे हैं। ये लोग लोकतंत्र और वोट के अधिकार के कारण ही बड़े पदों पर पहुंचे हैं। लोकतंत्र में वोट एक शक्ति है, एक ताकत है। जितना ज्यादा वोट देने का मौका आपके हाथ में आएगा, उतनी आपकी ताकत बढ़ेगी। वन नेशन, वन इलेक्शन के फार्मूले से सुशील मोदी, सम्राट चौधरी, हरी सहनी, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान जैसे करोड़ों गैरसवर्णों का वोट देने का अधिकार छीना जा रहा है। ये गैरसवर्णों की वोट की दुकानदारी करने वाले नेता जश्न मना रहे हैं। वोट के अधिकार छीनने के फायदे गिना रहे हैं। यही स्थिति रही तो सुशील मोदी, सम्राट चौधरी, हरी सहनी, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान जैसे नेता गंगा में दहा दिये जाएंगे और इनके घरों पर राष्ट्रवाद का पुतला गाड़कर इनके परिजनों को बेघर कर दिया जाएगा। (जारी)
(वीरेंद्र यादव न्यूज और Birendra Yadav Foundation का चुनावी सर्वे पत्रिका के अगस्त अंक में पढ़े। इसमें लोकसभा की सभी 40 सीटों पर विभिन्न पार्टियों के दावेदारी की सूची प्रकाशित है। अगस्त अंक के पीडीएफ के लिए 9199910924 पर अपना वाट्सएप या मेलआईडी भेजें।)
“One nation one election ” आपका मंतव्य शत प्रतिशत सही है और sushil modi से लेकर Chirag Paswan के साथ ही जो भी बहुजन (गैर सवर्ण) NDA के साथ हो कर चुनाव में खङा हो उसे वोट न देने का बहुजन संकल्प लें.
Rajendra Singh, Patna
“One nation one election ” आपका मंतव्य शत प्रतिशत सही है और sushil modi से लेकर Chirag Paswan के साथ ही जो भी बहुजन (गैर सवर्ण) NDA के साथ हो कर चुनाव में खङा हो उसे वोट न देने का बहुजन संकल्प लें.
Rajendra Singh, Patna