पटना। राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में कड़ाके की सर्दी के बीच जबरन स्कूल खुले रखने के लिए जब शिक्षा विभाग के अवर मुख्य सचिव केके पाठक जिला प्रशासन पर दबाव बनाये हुए हैं और इस टकराव में ठंड से स्कूली बच्चों की मृत्यु होने लगी है, तब मुख्यमंत्री को तुरंत हस्तक्षेप कर स्कूल में अवकाश घोषित करना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाने के बजाय शिक्षा विभाग को बच्चों के हित में अपने आदेश वापस लेने चाहिए ।
श्री मोदी ने कहा कि नियम-कानून की परवाह किये बिना मनमाने आदेश जारी कर अराजक स्थिति पैदा करने के आदती केके पाठक कभी सुधरने वाले नहीं हैं। वे किसी भी विभाग में एक साल से ज्यादा टिक नहीं पाए और वे जहाँ भी बड़े पद पर रहे, विवादास्पद फैसले ही करते रहे।
उन्होंने कहा कि हर साल शीत लहर और भीषण सर्दी जारी रहने तक आठवीं तक के बच्चों के लिए स्कूल में छुट्टी रखने की परिपाटी है, लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ऐसे कठिन मौसम में भी सारे स्कूलों को खुला रखने के लिए अड़ा हुआ है।
श्री मोदी ने कहा कि पिछले चार दिनों से शिक्षा विभाग और पटना के जिला प्रशासन के बीच लेटर वार चल रहा है। प्रशासन बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर अवकाश रखना चाहता है, जब कि शिक्षा विभाग इसके विरुद्ध पत्र जारी कर रहा है। जिलाधिकारी को इस मामले की शिकायत मुख्य सचिव से करनी पड़ी, लेकिन टकराव बना हुआ है। यह गतिरोध जल्द समाप्त होना चाहिए ।
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