बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा की राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई बिहार लघु उद्यमी योजना गरीबी उन्मूलन की दिशा में निर्णायक साबित होगा। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष बिहार में हुए जाति आधारित गणना में 94 लाख ऐसे परिवार को चिन्हित किया गया था जिनकी मासिक आय छह हजार रुपये से कम है। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने उन 94 लाख परिवार को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए बिहार लघु उद्यमी योजना का खाका तैयार किया था, जिसका लोकार्पण मा0 मुख्यमंत्री के कर-कमलों से सोमवार को होगा।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इस योजना के तहत 94 लाख गरीब परिवार के एक सदस्य को स्वरोजगार के लिए दो लाख रुपये दिए जाएंगे, लाभार्थियों को यह राशि कुल तीन किश्तों में मिलेंगे। योजना से मिली राशि को कमजोर परिवार के लोग लघु उद्योग लगाकर अपने उत्थान व स्वावलंबी बनने पर खर्च करेंगे और इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सरकार योजना में दिए गए राशि को वापस नहीं लेगी।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने आगे कहा कि बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरुआत गरीबों के जीवन स्तर को सुधारने के उदेश्य से किया गया है। बिहार के गरीबों को आने वाले दिनों में इस योजना का व्यापक लाभ होगा। उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही एनडीए गठबंधन की सरकार गरीब कल्याण के प्रति समर्पित है। हम जनता से जो वादा करते है उसे तय समय में पूरा करने का भी काम करते है। श्री नीतीश कुमार ने जिस उदेश्य से बिहार में आर्थिक सर्वेक्षण कराया था उसकी झलक अब सरकार की योजनाओं में दिखाई दे रही है और हमें विश्वास है कि भविष्य में निश्चित ही इसके दूरगामी परिणाम होंगे। उन्होंने कहा की नीतीश सरकार जिस तत्परता से योजनाओं का निर्माण करती है उसी तत्परता और प्रतिबद्धता से उन योजनाओं का क्रियान्वयन भी करती है। जिसका नतीजा है कि सरकार की योजनाएं सीधे तौर पर आम जनता के जीवन पर सकारात्मक असर डालती है।