– सूत्रधार नीतीश कुमार के बाद फारुख अब्दुल्ला, जयंत चौधरी ने छोड़ा साथ
– यूपी में कांग्रेस को एक भी सीट जीतने का भरोसा नहीं, सोनिया जाएंगी राज्यसभा
– महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में कई बड़े नेताओं का मोहभंग, भाजपा के दरवाजे पर पहुँचे
पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जैसे-जैसे राहुल गांधी की न्याय यात्रा आगे बढ रही है, वैसे-वैसे इंडी गठबंधन अकाल मृत्यु के निकट पहुँच रहा है। कांग्रेस के बड़े नेता और गठबंधन के प्रमुख दल एक-एक कर साथ छोड़ते जा रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि 28 जनवरी को कांग्रेस नेतृत्व वाले गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार के साथ छोड़ने और बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने के साथ विपक्षी खेमे में भगदड़ मच गई।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी और नेशनल कान्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने इंडी गठबंधन से किनारा कर लिया। ममता बनर्जी ने कांग्रेस को लोकसभा की सिर्फ दो सीट देने की बात की और पश्चिम बंगाल से राहुल गाँधी की यात्रा का गुजरना मुश्किल कर दिया।
श्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को एक सीट भी जीतने का भरोसा नहीं रहा, इसलिए सोनिया गांधी ने रायबरेली से चुनाव लड़ने के बजाय राजस्थान से राज्यसभा सांसद बनने का “सेफ रूप” चुन लिया। सपा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को केवल 11 सीट दे सकती है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा के दरवाजे पर खड़े हैं। इन राज्यों के एक-एक पूर्व मुख्यमंत्री हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व के सम्पर्क में हैं।
श्री सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गाँधी की अपशकुनी यात्रा जब मुम्बई पहुंचेगी, तब तक मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाला इंडी गठबंधन अरब सागर में विसर्जित होने वाला होगा।
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