बिहार प्रदेश जदयू अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद प्रमुख श्री लालू प्रसाद यादव द्वारा मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को लेकर दिए गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे दरवाजा खोलकर दिवास्वप्न देख रहे हैं। उनका इस तरह का बयान देना उनकी हताशा को दर्शाता है। वे जब तक चाहें बाट जोह लें, उनके हाथ बस निराशा ही आएगी। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि दरवाजा स्वयं श्री नीतीश कुमार ने राजद के लिए बंद किया है और अब वो कभी खुलने वाला नहीं।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को दो-दो बार अपने साथ काम करने का मौका दिया, लेकिन उन्होंने इस मौके का सदुपयोग नहीं किया। अपनी आदतों से वे बाज नहीं आए। वे और उनके मंत्री अपने-अपने विभागों को कमाई का जरिया बनाकर चलना चाहते थे और श्री नीतीश कुमार के रहते ये संभव नहीं था। अब एनडीए सरकार ऐसे सभी विभागों की जांच करेगी और दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।
श्री कुशवाहा ने आगे कहा कि बिहार में जातीय गणना हो, आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिषत करना हो, विभिन्न विभागों में लाखों नियुक्तियां हों, ये सब मा0 मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के विजन और उनकी इच्छाशक्ति की बदौलत संभव हुआ। अब इन ऐतिहासिक कार्यों पर कोई दूसरा अपनी मुहर लगाने की कोशिश करे तो ये बात हास्यास्पद ही कही जाएगी। बिहार की जनता ने पिछले 18 वर्षों में अपने सच्चे हितैषी को अच्छी तरह पहचान लिया है। जो कोई उन्हें भरमाने की कोशिश करेगा, बिहार की जनता उसे करारा जवाब देगी।