पटना। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने राजद के जनविश्वास यात्रा पर तंज कसा है। श्री पांडेय ने कहा कि राज्य की जनता के साथ जिसने हमेशा विश्वासघात किया हो, वो विश्वास यात्रा निकाल रहे हैं। राजद परिवारवाद की पार्टी है, जिसने हमेशा सरकारी खजाने को लूटकर अपना और अपने परिवार की सेवा की है। राजद नेता भला किस विश्वास की बात कर रहे हंै। उन्हें तो अपनी करतूतों पर जनता से क्षमा मांगनी चाहिए। यह सुनने में अत्यंत ही हास्यास्पद लग रहा है। देश की राजनीति में लालू जी का पूरा कुनबा न जन को मानता, न गण को मानता है। इनका तन और मन सिर्फ धन को जानता और मानता है।
श्री पांडेय ने कहा कि चुनाव के समय ऐसी यात्रा का मकसद सिर्फ सुर्खियां बटोरना है। राजद के पास बिहार के लिए न कोई विजन है न कोई मिशन। राजद ने केवल जात-पात, भेद भाव व गुंडागर्दी वाला शासन चलाया है। राजद के राज में राजद नेता मस्त रहे हैं और जनता पस्त रही है। पूर्व में राजद ने बिहार के कितने लोगों और बिहार की कितनी समस्याओं का समाधान किया, इसका हिसाब देना चाहिए। अभी सांसद श्री राहुल गांधी न्याय यात्रा कर रहे हैं। बिहार के कितने लोगों को न्याय मिल गया। अब तेजस्वी के जन विश्वास यात्रा करने से क्या होगा। सबसे ज्यादा विश्वास राजद ने ही तोड़ा है। अपने शासनकाल में प्रदेश की विकास ठप की और भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा दिया है।
श्री पांडेय ने कहा कि बिहार में लालू गरीबों के मसीहा बनने का नाटक करते हैं। मगर उनके शासन में न गरीबी मिटी न पलायन रुका और न ही युवाओं को रोजगार मिला। अब किस विश्वास की बात कर रहे हैं राजद नेता। जनता इतनी बेवकूफ नहीं है। काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ाई जा सकती है। जिन लोगों ने माता-पिता और पुत्र की सरकार देखी है वो जानते हैं ये जात-पात, हिन्दू-मुस्लिम, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी से ऊपर उठकर राजनीति नहीं कर सकते हैं। पिछले तीन दशक से भी ज्यादा समय से राजद इन सब चीजों से ऊपर नहीं उठ सका है। अच्छा रहेगा कि राजद अपने जनविश्वास यात्रा का नाम बदल कर लूट में विश्वास यात्रा कर ले।