बिहार विधान सभा के चार सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही विधान परिषद की एक सीट भी खाली हो गयी है। सीतामढ़ी से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने सदन की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सदन का इस्तीफा स्वीकार होने के साथ ही सभापति का पद स्वत: रिक्त हो जाएगा।
उधर गया से लोकसभा के लिए निर्वाचित इमामगंज के विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया है। रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह बक्सर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। वे राज्य सरकार में मंत्री भी रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री से विवाद के बाद उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बेलागंज से विधायक सुरेंद्र यादव जहानाबाद से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। वे राज्य सरकार में मंत्री भी रहे थे। वे दूसरी बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। तरारी से माले के विधायक सुदामा प्रसाद इसी पार्टी से आरा से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। वे लगभग 9 साल तक विधायक रहे हैं। ये चारों विधायक विधान सभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा, जिसे स्वीकार कर लिया गया। स्पीकर ने सभी सदस्यों को नयी जिम्मेवारी के लिए बधाई दी।
कृषि उद्योग विकास समिति के अध्यक्ष के रूप में सुदामा प्रसाद ने शुक्रवार को अंतिम बैठक की। इस दौरान समिति ने सदस्यों ने उन्हें जीत की बधाई दी। उन्हें शॉल भेंट कर विदाई भी दी।