बुधवार को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा शिवमंगल सिंह सुमन स्मृति पर्व का आयोजन कॉलेज ऑफ कॉमर्स में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्राचार्य डॉ इंद्रजीत प्रसाद राय ने की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में डॉ इंद्रजीत प्रसाद राय ने कहा कि शिवमंगल सिंह सुमन का व्यक्तित्व और कृतित्व दोनों विविधतापूर्ण है। वे सही मायने में मानवतावाद के कवि हैं। उन्होंने देश को आज़ाद कराने के उद्देश्य से देशवासियों में देश-प्रेम की भावना जगाने के उद्देश्य से जो कविताएं लिखी हैं, वे अद्भुत हैं। मैं कॉमर्स का प्राध्यापक हूं, लेकिन मुझे शिवमंगल सिंह सुमन की कई कविताएं जैसे ‘हम पंछी उन्मुक्त गगन के’ याद हैं।
कार्यक्रम की आयोजक और हिन्दी विभाग की अध्यक्ष प्रो. मंगला रानी ने विस्तार से शिवमंगल सिंह सुमन की रचनाओं के बारे में बताया। प्रोफेसर मंगला रानी ने अपने पिता व प्रसिद्ध साहित्यकार प्रो. सीताराम दीन के साथ शिवमंगल सिंह सुमन के संस्मरणों के बारे में बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने कहा कि शिवमंगल सिंह सुमन समाज के अंतिम व्यक्ति की भलाई के उद्देश्य से कविताओं का सृजन करते थे। उन्होंने सुमन की दीवाली पर लिखी कविता का पाठ भी किया।
कार्यक्रम में ‘नई धारा’ पत्रिका के संपादक प्रो. शिवनारायण, प्रो विनोद कुमार मंगलम, प्रो छाया सिन्हा, डॉ अरुण कुमार ने भी वक्तव्य दिया।