भाकपा राज्य सचिव ने बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। 2022 तक सभी परिवारों को पक्का मकान देने का ऐलान किया गया था लेकिन ताजा सर्वे के अनुसार बिहार में 1.20 करोड़ परिवार के पास पक्का घर नहीं है। किसानों की आमदनी दो गुनी करने की घोषणा की थी परंतु किसानों को खाद-बीज भी निर्धारित मूल्य पर नहीं मिल रहा है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिला है। दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने की घोषणा की थी, लेकिन आज केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में 50 लाख से अधिक पद रिक्त पड़े हुए हैं। रेलवे में नौकरी घटा दी गयी। सेना में अग्निवीर लागू कर दिया गया है। देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। आम उपभोक्ता वस्तुओं की कीमत लगातार बढ़ रही है। सरकार डीजल, पेट्रोल और एलपीजी की कीमत लगातार बढ़ा रही है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को कौड़ी के भाव में बेचा जा रहा है। कल कारखाने बंद हो गए। लाखों कुटिर और लघु उद्योगों में ताले लग गए हैं। सरकार की विदेश नीति भी पूरी तरह विफल है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद मोदी अपनी उपलब्धियों को बढ़ा चढ़ाकर बोल रहे हैं। यह सरकार पूरी तरह विफल है। सरकार के पास अपनी उपलब्धि बताने के लिए कुछ नहीं है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी केंद्र की नाकामियों को जनता के बीच ले जाएगी।