इस अवसर पर वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि इन्होंने ने स्वतंत्रता आंदोलन के क्रम में नौकरी छोड़कर महात्मा गांधी जी के साथ भारत छोड़ो आंदोलन और दांडी मार्च में शामिल हुए। साथ ही छुआछूत के खिलाफ पूरे महाराष्ट्र में आंदोलन चलाया। ये अपनी कविताओं और लेखनी से भारतीय समाज को जागरूक करने का प्रयास किया। और अपनी कलम से समाज में जातिवाद, असमानता और विभाजन के खिलाफ आवाजें बुलन्द की।
शाने गुरु जी का यह संदेश स्वतंत्रता संग्राम के समय और बाद में भी जारी रहा। उनका योगदान सिर्फ साहित्य में ही नहीं रहा, बल्कि समाज में जातिवाद और विभाजन के खिलाफ आवाज उठाने में भी इनकी सक्रियता दिखाई दी ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय महासचिव श्री भोला यादव, श्री बीनू यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ तनवीर हसन, विधायक मोहम्मद कामरान,प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव, पुर्व विधायक स्वीटी सीमा हेंमब्रम,प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, सारिका पासवान,बंटू सिंह,अरुण कुमार यादव, डॉ अनुज कुमार अरुण, डॉ राकेश रंजन, प्रदेश मुख्यालय प्रभारी मुकुंद सिंह, प्रदेश महासचिव श्री डॉ कुमार राहुल सिंह, मदन शर्मा, भाई अरुण कुमार, ईं अशोक यादव,निर्भय कुमार अंबेडकर, प्रमोद कुमार राम, डॉ प्रेम कुमार गुप्ता, संजय यादव, देवकिशुन ठाकुर, श्री नारायण महतो,मनीषा राज प्रजापति, महेंद्र प्रसाद विद्यार्थी ,सरदार रणजीत सिंह, सैयद खालिद,उपेन्द्र चन्द्रवंशी, गणेश कुमार यादव, शिवेंद्र कुमार तांती, विक्रांत राय, मनोज यादव,गुड्डू यादव, माया गुप्ता, डॉ राजेश यादव, शमशाद अहमद, मो सगीर, मो अजीम चंदेश्वर प्रसाद सिंह , जय प्रकाश यादव सहित अन्य नेताओं ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।