बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि अराजक, अनैतिक गठजोड़ की सरकार की वजह से बिहार पीएफआई जैसी प्रतिबंधित संगठन के साथ ही अपराधी, शराब माफिया और मादक पदार्थों के तस्करों की शरणस्थली बन गया है। उन्होंने कहा कि पीएफआई के सरगना सहित आतंकी कार्रवाई में संलग्न पौन दर्जन लोगों को पूर्वी चम्पारण के चकिया से एनआईए द्वारा हिरासत में लेना चिंता बढ़ाने वाला है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री जहरीला व उन्मादी बयान देकर एक ओर जहां सामाजिक समरसता के माहौल को बिगाड़ने में लगे हैं, वहीं अस्थिर, अराजक सरकार की लुंजपुंज प्रशासन की वजह से अपराधियों, भ्रष्टाचारियों व माफियाओं को संरक्षण, बढ़ावा मिल रहा है। पूरे प्रदेश में अपराधियों की नई पौध उग व लहलहा रही है। सरकार के मुखिया यात्रा के बहाने पिकनिक मना रहे हैं वही सहयोगी राजद आगामी चुनावों में वोट की फसल काटने के लिए समाज का माहौल विषाक्त बनाने की साजिश में लगा हुआ है।
उन्होंने कहा कि देशद्रोही, आतंकी ताकतों की बिहार में मौजूदगी और विस्तार चिंताजनक है। बिहार का बड़ा भूभाग नेपाल और बंग्लादेश की सीमा से सटा हुआ है। बॉर्डर इलाके में फर्जी मदरसों की बड़ी संख्या और उसे मिलने वाला राजकीय अनुदान अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी संकट खड़ा करता है। इस पूरे मामले की राज्य सरकार को उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा है कि एनआईए ने खुफिया सूचना के आधार पर प्रतिबंधित पीएफआई के सरगना रियाज मारूफ सहित 8 अन्य को पूर्वी चंपारण से हिरासत में लिया है। इसके पहले आतंकियों के मधुबनी और दरभंगा के साथ पटना के फुलवारीशरीफ कनेक्शन का खुलासा हो चुका है।राज्य सरकार को भी इस मामले को संज्ञान में लेकर अविलम्ब कार्रवाई करनी चाहिए।