सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो, पटना द्वारा बसवन बिगहा गांव, बिहारशरीफ में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पद्मश्री के लिए चयनित नालंदा जिले के निवासी बुनकर कपिल देव प्रसाद को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।आजादी का अमृत महोत्सव सम्मान समारोह कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि कपिल देव प्रसाद, अस्थवां के विधायक डॉ जीतेंद्र कुमार, प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो के निदेशक आशीष लाकरा, उपनिदेशक संजय कुमार, केंद्रीय संचार ब्यूरो पटना के कार्यक्रम प्रमुख पवन कुमार सिन्हा, सामाजिक कार्यकर्ता और मेयर प्रतिनिधि मनोज कुमार तांती, डिप्टी मेयर आयशा शाहीन, अधिवक्ता रणविजय सिंह, समाजसेवी रमेश कुमार पान, मुखिया राम प्रवेश मिस्त्री ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर पद्मश्री के लिए चयनित कपिल देव प्रसाद ने कहा कि केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बुनकरों में उत्साह देखा जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि बसवन बिगहा के बुनकरों को सरकार की ओर से बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक अभाव में 52 बुटी से जुड़े बुनकर दूसरे रोजगार की ओर पलायन कर रहे हैं, ऐसी स्थिति में अगर सरकारी पहल होती है तो इस कला को बचाने की पहल होगी। श्री प्रसाद ने कहा कि यहां का बावन बूटी कला काफी पुरानी परंपरा है।
मौके पर अस्थावा के जदयू विधायक डॉ जितेंद्र कुमार ने कहा कि कपिल देव प्रसाद लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं और नालंदा ही नहीं देश के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि बावन बूटी बुनकर व पद्मश्री के लिए चयनित कपिल देव प्रसाद अपनी तपस्या, मेहनत एवं कर्मठता के बदौलत इस मुकाम तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि बुनकरों की समस्याओं को वे बिहार विधानसभा में उठाने का काम करेंगे ताकि बिहार के बुनकरों को बढ़ावा मिले। यहां से निर्मित परदा देश के राष्ट्रपति भवन में शोभा बढ़ाया करता था।
इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय, पटना के निर्देशक आशीष कुमार लकरा ने कहा कि खादी को आत्मसात करने की जरूरत है। प्रत्येक व्यक्ति एक एक खादी का कपड़ा इस्तेमाल करता है तो खादी का उद्धार होगा।
पीआईबी पटना के उप निदेशक संजय कुमार ने कहा कि कपिल देव प्रसाद जैसे जमीन से जुड़े बावन बूटी के बुनकरों को पद्मश्री के लिए चयन किया जाना इस बात का प्रतीक है कि भारत सरकार जमीन से जुड़े लोगों को उचित सम्मान देने की पहल हर हाल में करना चाहती है और संदेश देना चाहती है कि जनता जो काम कर रही है उसे उसका पूरा सम्मान मिले।
समारोह को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार ताती ने कहा कि कपिल देव प्रसाद सिंह को पद्मश्री के लिए चुना जाना केवल नालंदा के लिए सम्मान की बात नहीं है बल्कि पूरे देश के लिए सम्मान की बात है, खासकर तांती समाज के लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि इस विधि को नई तकनीक का प्रयोग कर इसे और व्यापक बनाए जाने की जरूरत है, ताकि बुनकरों की माली हालत में और ज्यादा सुधार हो। साथ ही इसे विश्व स्तर पर पहचान मिले।
पद्मश्री के लिए चयनित कपिल देव प्रसाद की पत्नी लाखो देवी ने कहा कि हमें अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ करनी चाहिए और इस काम में धर्म, जाति, संप्रदाय आदि को देखने की जरूरत नहीं है बल्कि प्रेम और ईमानदारी से जो काम किया जाए तो उसे पूरा सम्मान मिलता ही है।
इस अवसर पर उपमहापौर आइसा शाहिन, सामाजिक कार्यकर्ता दानिश मलिक, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक शशि भूषण, अधिवक्ता रणविजय सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता रमेश कुमार, सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय प्रचार सहायक अमरेंद्र मोहन जबकि धन्यवाद ज्ञापन सीबीसी पटना के कार्यक्रम प्रमुख पवन कुमार सिन्हा ने किया। मौके पर केंद्रीय संचार ब्यूरो, पटना के क्षेत्रीय प्रचार सहायक नवल किशोर झा सहित अभय कुमार मौजूद थें।