श्री पांडेय ने कहा कि कांग्रेस के युवराज भारत में ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलने की बात करते हैं और विदेश में अपने देश और चुनी हुई सरकार की खिल्ली उड़ाते हैं। उन्हें मालूम होना चाहिए कि भारत की सरकार संघीय व्यवस्था के तहत काम कर रही है। भारत में जहां लोकतंत्र व न्यायपालिका सुरक्षित है, वहीं प्रेस-मीडिया भी पूरी तरह स्वतंत्र हैं। दरअसल, राहुल और उनका पूरा परिवार नरेन्द्र मोदी विरोध को ही अपनी राजनीति मानता है। देश में राजनैतिक सामना नहीं कर वे विदेश में इसकी टीस निकाल रहे हैं। देश की जनता कांग्रेस की नीति और नियति से वाकिफ है। जनता यह समझ चुकी है कि कांग्रेस नेता बेरोजगार और हताश हैं। इसलिए विदेश में इस तरह की मनगढ़ंत बातें कर देश-विदेश के लोगों को गुमराह कर रहे हैं, लेकिन इससे कांग्रेस नेता को जनता की सहानुभूति नहीं मिलेगी। हां, पूर्वोत्तर राज्यों की तरह हार का सामना जरूर करना पड़ेगा।