अरवल से विधायक महानंद सिंह ने तृतीय अनुपूरक व्यय विवरण प्रस्ताव के समर्थन में बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार के साथ जो रवैया किया है, वह जगजाहिर है। इस बार ही आपने देखा कि किस तरह से मनरेगा में कटौती की गयी। विशेष राज्य का दर्जा देने की बात थी, वह विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया। पूरे देश के मामले में यह जो चल रहा है, केंद्र सरकार का जो रवैया है, उस मामले में बिहार सरकार के सामने बहुत बड़ी चुनौती है और राज्य सरकार को अपने अंदरूनी संसाधनों और ढांचागत बदलाव और उसके विकास पर जोर देने की जरूरत है।
महोदय, अभी चर्चा चल रही है गुजरात मॉडल की और उसके बरअक्स बिहार मॉडल की बात चल रही है। जब गुजरात मॉडल की बात हम लोग कहते हैं, तो गुजरात मॉडल पूरे देश में थोपने की कोशिश की जा रही है। लेकिन वह गुजरात मॉडल है क्या? वह गुजराज मॉडल है हत्या, बलात्कार, सामूहिक जनसंहार, वह कॉरपोरेट लूट का मॉडल है। महोदय, वह गुजरात मॉडल है चार लोगों की शासन में भागीदारी और वह चार लोगों में दो लोग बेचने वाले और दो लोग खरीदने वालों का गुजरात मॉडल है। यह गुजरात मॉडल है। गुजरात मॉडल कॉरपोरेट लूट और फांसीवादी अभियान का गठजोड़ है। गुजरात मॉडल, अड़ाणी हिंडनबर्ग का जो खुलासा हुआ है, जो रिपोर्ट सामने आयी, उसमें सरकार की चुप्पी है गुजरात मॉडल। महोदय, यह गुजरात मॉडल सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों की लूट है और गुजरात मॉडल असमानकारी पोर्टल व ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की दयनीय स्थिति बनाने वाला यह गुजरात मॉडल है। महोदय, इतना ही नहीं, एक बिहार की बेटी, जो बिहार के मन मिजाज को बढ़ाने वाली, जब वह का बा लिखती है, गीत गाती है, तो उनके यहां नोटिस भिजवाने वाला यह गुजरात मॉडल है। महोदय, यह गुजरात मॉडल विपक्ष की आवाज को ईडी, सीबीआई के जरिये दबा देने वाला गुजरात मॉडल है और उस गुजरात मॉडल के बरअक्स हमें बिहार मॉडल स्थापित करना है। तो बिहार मॉडल में क्या है? महोदय, आप लोगों ने देखा कि यहां जो नयी सरकार बनी है, यह नयी सरकार बनी है, यह बिहार मॉडल की पहली झलक है। यह बिहार की जनता किसी भी जुल्म और अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करती है। यह गुजरात मॉडल के बरअक्स बिहार मॉडल का नमूना है। जो कल उधर थे, आज इधर आ गये और यह चुनौतियों के साथ इधर आये हैं। तो महागठबंधन की सरकार के सामने बहुत-बड़ी चुनौती है। महोदय, उन चुनौतियों के बारे में मैं कुछ बात कहना चाहता हूं। पहला, यह गुजरात मॉडल, जो सेना को अपमानित करने वाला अग्निपथ को सामने लाया, तो यह बिहार का ही मॉडल था। महोदय, बिहार के नौजवानों ने जो मॉडल पेश किया, सड़क पर उतरे, आंदोलन किया, अपने भविष्य के लिए और सेना को बचाने के लिए उनका आंदोलन था और आज उनको बेवजह जेल में रहना पड़ रहा है। महोदय, यह बिहार मॉडल जब हम खड़ा कर रहे हैं, तो ये गुजरात मॉडल के खिलाफ हमें उन नौजवानों को, जो सेना के भर्ती के सवाल पर, जो अपने भविष्य और देश की रक्षा के सवाल पर वह सड़क पर उतरे थे, देश प्रेम उनके अंदर था, उनको आज जेल में डाला गया है। महोदय, मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनके सारे मुकदमें समाप्त करके उनको बा-इज्जत रिहा किया जाय।