बिहार में शिक्षा के अग्रदूत और तीन दर्जन से अधिक कॉलेजों के माध्यम से शिक्षा की ज्योति जलाने वाले रामलखन सिंह यादव की याद में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में रविवार को किया गया। इसका आयोजन एक सामाजिक संस्था ने किया था। इसमें मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे।
इस मौके पर कई सांसद, विधायक और विधान पार्षद मौजूद थे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने रामलखन बाबू के जन्मदिन पर राजकीय समारोह आयोजित करने की घोषणा की और पटना के एक प्रमुख स्थान पर उनकी प्रतिमा लगवाने की घोषणा भी की। संभव है कि रामलखन बाबू की प्रतिमा अनिसाबाद मोड़ पर लगायी जाए। इसके पास उनके नाम पर एक कॉलेज भी स्थापित है।
आज के कार्यक्रम का खास आकर्षण था रामलखन बाबू की स्मृति में प्रकाशित राष्ट्रीय मासिक पत्रिका ‘दूसरा मत’ का विशेषांक का लोकार्पण। रामलखन सिंह यादव की स्मृति में प्रकाशित यह पत्रिका अपने आप में अनूठी है। इसके संपादक एआर आजाद हैं। एआर आजाद कई पुस्तकों का संपादन भी कर चुके हैं। विशेषांक का लोकार्पण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। लोकार्पण के साथ ही पत्रिका मंच पर छा गयी। मुख्यमंत्री ने भी इस पत्रिका की तारीफ की और संपादक को इतनी रोचक व पठनीय सामग्री देने के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री ने आयोजकों से विशेषांक को आम लोगों के लिए सुलभ बनाने का आग्रह भी किया, ताकि उनके बारे में लोगों को विश्वसनीय जानकारी उपलब्ध हो सके।
विशेषांक का कवर, स्टोरी और डिजाइन लोगों को आकर्षित कर रहा था। कई लोगों ने कहा कि रामलखन सिंह यादव पर अब तक ऐसी कोई पत्रिका प्रकाशित नहीं हुई है। इसमें कई सारगर्भित लेख हैं, जो रामलखन बाबू के व्यक्तित्व को समझने में सहायक होंगे। शिक्षा के प्रति उनका योगदान, राजनीति में पिछड़ों के सशक्तिकरण, केंद्र सरकार में मंत्री रहते हुए उनके कार्यों की चर्चा विशेष रूप से की गयी है। रामलखन बाबू पर प्रकाशित दूसरा मत का विशेषांक काफी पठनीय है। विशेषांक के संबंध में विशेष जानकारी के लिए आयोजकों से संपर्क किया जा सकता है।