राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार की अलोकतांत्रिक नीतियों के विरुद्ध कल माननीय सर्वोच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला भाजपा के लिए जोरदार तमाचा है। जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और उनके सिपाह-सलाहकर गृहमंत्री अमित शाह जी का भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर नियंत्रण था वह किसी से छिपा हुआ नहीं है। हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय का सलाम करते हैं जिन्होंने अलोकतांत्रिक व्यवस्था चलाने वाले लोगों को आईना दिखाकर देश में लोकतंत्र को पुनः स्थापित करने का काम किया है।
आगे उन्होंने दिल्ली सरकार के मामले में माननीय न्यायालय के निर्णय को कोट करते हुए कहा कि जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को केंद्र सरकार द्वारा मनोनीत राज्यपाल नियंत्रण नहीं कर सकता है और महाराष्ट्र सरकार के मामलों में भी सर्वोच्च न्यायालय ने राज्यपाल की भूमिका को संदिग्ध माना। इन दोनों सन्दर्भों से स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार राज्यपाल के माध्यम से चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकार को नियंत्रित करना चाहती है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि महंगाई और बेरोजगारी पर केंद्र सरकार के मंत्री चुप्पी साध लेते हैं। अभी हाल में ही पूर्व राज्यपाल सत्यपाल जी ने पुलवामा हमले पर जो खुलासा किया उस पर किसी ने अभी तक सफाई नहीं दी और न ही सत्यपाल मलिक जी के आरोपो का खंडन किया। केंद्र सरकार के पालतू तोतों के रूप में काम कर रही जांच एजेंसियां सिर्फ विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाती है लेकिन देश में 81,000 करोड़ रुपए का काॅरपोरेट घोटाला हुआ उस पर किसी का ध्यान आकृष्ट नहीं हो रहा है।
कर्नाटक चुनाव के सम्बंध में उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल से अंदाजा लग गया होगा कि कर्नाटक अब भाजपा मुक्त बनने की ओर अग्रसर है। इस बार कर्नाटक के चुनाव में करप्शन का मुद्दा सबसे प्रमुख था और जनता को करप्शन के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा द्वारा सम्प्रदायिक मुद्दों को सहारा लिया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के निम्न स्तर का चुनाव प्रचार कर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को भी कलंकित करने का काम किया है। कर्नाटक की जनता भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगी।
विपक्षी एकता पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के प्रयास से सभी विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। 2024 में देश से भाजपा का सफाया तय है।