पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का आधार नहीं हो सकता। देश की तमाम विपक्षी पार्टियां अभी से 2024 में जीत का ख्वाब देख रही हैं। मैं उन्हें स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बीजेपी भले ही कर्नाटक में हार गई, मगर वहां वोट प्रतिशत में कोई कमी नहीं हुई। हमारे लोकप्रिय पीएम श्री नरेंद्र मोदी के प्रति जनता की दीवानगी कायम है। भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करें तो कर्नाटक विधानसभा 2023 में भारतीय जनता पार्टी का कुल वोट प्रतिशत 35.8 फीसदी है, जबकि पांच साल पहले 2018 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनावों में भी पार्टी का वोट प्रतिशत 36.2 फीसदी था। बीजेपी को मामूली वोटों का नुकसान हुआ है जो कि न के बराबर है।
श्री पांडेय ने कहा कि उनके खाते में कर्नाटक की एक और दल जेडीएस का वोट गया न कि वो बीजेपी का वोट तोड़ पायी। कांग्रेस एक राज्य की जीत को केंद्र की जीत मान रही है। उन्हें याद होगा कि इस साल त्रिपुरा विधानसभा में वो केवल तीन सीटों पर सिमट गयी, मेघालय में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा केवल पांच सीटें मिली, नागालैंड में उनका खाता भी नहीं खुला, गुजरात में उन्हें 17 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा जबकि बीजेपी ने 156 सीटें लाकर बंपर जीत हासिल की। पूर्व में यूपी चुनाव भी हमने शानदार तरीके से जीतें। वहीं शनिवार को यूपी नगर पालिका चुनाव में भी बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से क्लीन स्वीप किया।
श्री पांडेय ने कहा कि कांग्रेस भ्रम फैला रही है कि पीएम मोदी का जलवा कम हो रहा है। वो जान लें कि दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों में कभी उनका जलवा होता था। मगर वहां उनका क्या हश्र हुआ। राजस्थान में पार्टी अंतर्कलह से जूझ रही है। पूर्वोत्तर से लेकर अन्य हिंदी भाषी प्रदेशों में कांग्रेस की हाल के दिनों में करारी हार हुई है।