मासिक पत्रिका वीरेंद्र यादव न्यूज और न्यूज पोर्टल birendrayadavnews.com अपने पाठकों के लिए चुनाव को लेकर हेल्प डेस्क शुरू कर रहा है। यह हेल्प डेस्क सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक काम करेगा। इस अवधि में अवकाश के लिए भी समय निकालना पड़ेगा।
राजनीतिक की प्रचलित भाषा में इस तरह के हेल्पडेस्क को वार रूम कहा जाता है। राजनीतिक जरूरतों के लिए वार रूम जैसे शब्द कहां से प्रचलन में आया, इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन इस शब्द का इस्तेमाल खूब किया जाता है। Birendra Yadav News का Election War Room चुनाव से जुड़ी सूचनाएं अपने पाठकों के लिए उपलब्ध कराएगा। इसमें अधिकतर सूचनाएं मुफ्त में दी जाएंगी, लेकिन टिकट के दावेदार या उम्मीदवारों के लिए जरूरी सूचनाएं पेड होंगी। मतलब उन्हें सूचना लेने के बदले शुल्क का भुगतान करना होगा। वर्तमान राजनीतिक दौर में किसी भी पार्टी से टिकट की उम्मीद रखने वाला दावेदार हमारी तरह भिखारी नहीं होता है। लोकसभा के टिकट का दावेदार अरबपति होता है और कागजों पर झूठा एफिडेविड करोड़पति होने का देता है। ऐसे धन पशुओं से चुनावी आंकड़ों और सूचनाओं की कीमत वसूलना जरूरी है।
हमारी एक पुस्तक है राजनीति की जाति। उसकी कीमत अब 15000 (15 हजार) रुपये कर दी गयी है। चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति को यह किताब खरीदनी चाहिए। इसमें लोकसभा और विधान सभावार जातीय वोटरों की संख्या बतायी गयी है। ये आंकड़ा राज्य सरकार द्वारा जारी जातीय आंकड़ों से ज्यादा भरोसेमंद और विश्वसनीय है।
राजनीति उम्मीद का कारोबार है, धंधा है। राजनीति बनियों का व्यापार नहीं है, जहां हर निवेश मुनाफे के लिए किया जाता है। एक धनपशु चुनाव में करोड़ों रुपये फूंक देता है, इस उम्मीद से कि जीतने के बाद लूट लेंगे, लेकिन इसके लिए भी तैयार रहता है कि हारने पर करोडों डूब सकते हैं। यह जोखिम उठाने का साहस किसी व्यापारी में नहीं होता है। इसलिए राजनीति व्यापार नहीं है।
हम बात कर थे वार रूम की। birendrayadavnews.com का वार रूम 26 नवंबर की सुबह 5 बजे से शुरू हो जाएगा। हमारी कोशिश होगी कि इसे अपने पाठकों के लिए काफी उपयोगी और सूचनात्मक बनाये जाए। एकदम नये संदर्भ और नये एंगल की सूचनाएं पाठकों के लिए संकलित करें और उन तक पहुंचाएं। इस वार रूम के माध्यम से हम उम्मीदवारों और दावेदारों के संबंध में प्रमोशनल खबर भी प्रसारित और प्रकाशित करेंगे। उनकी प्रोफाइल और उनके दावों के बारे में भी पाठकों को अवगत कराएंगे। हमारा प्रयास सूचनाओं को व्यापकता देना है। इस कार्य में हम अपने पाठकों का भी सहयोग लेंगे।
वीरेंद्र यादव न्यूज और न्यूज पोर्टल birendrayadavnews.com के माध्यम से हम लाखों लोगों तक अपनी खबरों को पहुंचाने में सफल हो सके हैं। हमारे अधिकतर पाठक बिहार से जुड़े हुए हैं, बिहार के सरोकार से जुड़े हुए हैं। ये सब देश-दुनिया में हर जगह बैठे हुए हैं। हम इन पाठकों के भरोसे को बनाए रखने का हरसंभव प्रयास करते हैं। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
हम अपने पाठकों के साथ एक और सूचना साझा करना चाहते हैं। हम इस बार लोकसभा का चुनाव काराकाट से लड़ेंगे। हमें वोट भी नहीं मिलेगा। लेकिन इस बहाने हम अपने पाठकों को चुनाव के विभिन्न आयामों से जुड़ी खबरें पढ़ाते रहेंगे। धन्यवाद।