बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ डीएमके सांसद दयानिधि मारन की अपमानजनक टिप्पणी के लिए जाने माने शिक्षाविद् एवं बिहार प्रदेश कांग्रेस के पॉलिटिकल अफेयर कमिटी के सदस्य डॉ. चंद्रिका प्रसाद यादव ने श्री मारन को लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने दयानिधि मारन से यह भी अपील की कि अगर उन्होंने 15 दिनों के भीतर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों से माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया की जायेगी।
श्री यादव ने कहा कि दयानिधि मारन को शायद यह नहीं पता है कि उनके प्रदेश में कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी बिहार और यूपी से हैं। यहां तक कि पुलिस विभाग के सर्वोच्च पद तक बिहार के लोगों ने वहां अपनी सेवा दी है। उन्होंने सवाल किया कि क्या दयानिधि मारन और उनकी पार्टी डीएमके इस देश को उत्तर और दक्षिण में बांटना चाहती है? श्री यादव ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएमके सांसद दयानिधि मारन को अभी तत्काल लीगल नोटिस भेजा गया है। अगर 15 दिनों के भीतर वो बिहार और यूपी वालों से माफी नहीं मांगते तो मजबूरन उनके खिलाफ हमें न्यायालय का रुख अख्तियार करना होगा। उन्होंने कहा कि अगर बिहार और यूपी के लोग इन राज्यों में नहीं रहें तो ये लोग अपनी दिनचर्या भूल जायेंगे। इनके वगैर वे एक कदम भी नहीं चल सकते। लिहाजा, मारन उनकी पार्टी उत्तर भारतीयों के खिलाफ जहर उगलना बंद करे और माफी मांगें। उन्होंने जोर देकर कहा कि कश्मीर से कन्या कुमारी तक पूरा भारत एक है। इसे कोई तोड़ नहीं सकता।