भाजपा विधानमंडल दल के नेता श्री विजय कुमार सिन्हा ने कांग्रेस द्वारा भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता अस्वीकार करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह देश के करोड़ों हिंदुओं का अपमान है।कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि देश के बटवारा से लेकर अयोध्या से निमंत्रण को ठुकराने तक कांग्रेस का हिंदू विरोध का लंबा इतिहास रहा है।अखण्ड भारत को क्षत विक्षत करने की इनकी कोशिश से देश अवगत है।राम की मर्यादा औऱ श्रेष्ठता को इन्होंने हमेशा नीचा दिखाने का खेल किया है।कभी राम को काल्पनिक बताकर तो कभी सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर रामसेतु नहीं रहने की वात कह कर कांग्रेस ने राम के अस्तित्व पर हमेशा सवाल खड़ा किया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर सनातन धर्म का अपमान को अब देश की जनता वर्दाश्त नहीं करेगी।यदि हिम्मत है तो ये किसी भी अन्य धर्म या संस्कृति के विरोध में बोलकर देखें।सच्चाई यह है कि कांग्रेस छद्म धर्मनिरपेक्षता का पोषक है।कांग्रेस की सर्वेसर्वा सोनिया गांधी हैं।वचपन से उन्हें न तो सनातन से कोई संबंध रहा है न ही यह उनके दिनचर्या का हिस्सा रहा है।इस परिस्थिति में उनसे सनातन औऱ सनातन सन्तानों के सम्मान की अपेक्षा करना व्यवहारिक नहीं लगता है।कांग्रेस ने सनातन संस्कृति औऱ सनातन के संतानों को हमेशा अपमानित किया है।अपनी इसी करनी से कांग्रेस ने अपना सम्मान खो दिया है।
श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार में राजद, जदयू औऱ वामदल कांग्रेस के साथ है और महागठबंधन की सरकार चला रहे हैं।इन्हें भी अब स्पष्ट करने की आवश्यकता है कि क्या कांग्रेस द्वारा निमंत्रण को ठुकराने से ये सहमत हैं?इन्हें अपना विचार राज्य के जनता के समक्ष रखना चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस ने निमंत्रण ठुकराया है।यदि देश के बहुसंख्यक हिंदू कांग्रेस का वहिष्कार करेंगे तो इन्हें भारत में पांव रखने की भी जगह नहीं मिलेगी।इन्हें वापस अपने संस्थापक के देश इंग्लैंड जाना पड़ेगा।
श्री सिन्हा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में देश की जनता कांग्रेस को धूल चटा देगी।अखंड भारत की कल्पना को लेकर चलने वाले युग पुरुष आदरणीय नरेंद्र मोदी को तीसरी बार गद्दी पर वैठाने के लिए देश की जनता ने मन वना लिया है।