बिहार का रोजगार मॉडल देश ही नहीं विदेशों में भी सुर्ख़ियाँ बटोर रहा है।- तेजस्वी यादव
हम लोगों का नौकरी-रोजगार को लेकर जो कमिटमेंट था उसे हमारी सरकार पूरा कर रही है। हमारी सरकार ने महज 70 दिनों के अंदर शिक्षा विभाग में 2 लाख 15 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। हम लाखों युवक/युवतियों को कलम बाँट शिक्षक और शिक्षार्थियों का बेहतर भविष्य बेहतर एवं सुनहरा करने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी सुनिश्चित कर रहे है।
पहले लोग बोलते थे कि नेताओं के वोटों की गिनती के अलावा कोई काम समय पर नहीं होता था लेकिन हमारी महागठबंधन सरकार ने मा॰ मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह काम रिकॉर्ड समय सीमा के अंदर करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। बिहार लोक सेवा आयोग के द्वारा सबका चयन प्रतिभा और पारदर्शिता के आधार पर हुआ है इसके लिये सभी को बधाई।
इसके साथ ही 4 लाख से अधिक शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का भी ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
बिहार ने एक मिसाल कायम की है। बिहार ही नहीं बल्कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई बहाली परीक्षा सही समय पर ही नहीं हुई बल्कि उसकी नियुक्ति भी समय पर और उसका वेतन भी समय पर दिया जा रहा है।
बिहार में अच्छे से पढ़ोगे तो नौकरी मिलना तय है और अच्छे से खेलोगे तो भी “मेडल लाओ, नौकरी पाओ” योजना के तहत नौकरी मिलना तय है।
हमारी महागठबंधन सरकार का मा॰ मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रण था कि 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार। इस दिशा में सभी विभागों में अभियान चलाकर पद सृजित किए जा रहे है, बहाली निकाली जा रही है।