भाजपा विधानमंडल दल के नेता श्री विजय कुमार सिन्हा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति को अवसरवादिता की राजनीति घोषित करते हुए कहा है कि यह उनकी पुरानी आदत है। नीतीश कुमार का राजनीतिक जीवन भले कई दशकों का हो लेकिन उनकी अस्थिरता हमेशा से उन्हें सवालों के घेरे में रखा है। मौका मिलते ही वो कभी भी पलट जाते हैं। कुर्सी पर काबिज रहने के लिए वो पहले भी कई बार अवसरवादिता का सबूत पेश कर चुके हैं। श्री सिन्हा ने मुख्यमंत्री को राजीनीति के इस विकार से मुक्त होने तथा अपने राजनीतिक व्यक्तित्व को बचाये रखने हेतु नसीहत दी।
श्री सिन्हा ने बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में हुए अदला-बदली पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो व्यक्ति मानसिक रूप से विकारों से ग्रसित है, जो अपराध और भ्रष्टाचार के पुरोधा है उसके किसी भी विभाग में जाने से उसका स्वभाव नहीं बदलता है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को घेरते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि वो पाँच-पाँच विभाग लेकर बैठे हैं। उनके हर विभाग में अराजकता चरम पर है। वसूली और भ्रष्टाचार का खेल लगातार जारी है। ब्लाक से लेकर जिले तक लूट-खसोट का वातावरण है। अपराध, ह्त्या, बलात्कार आदि तो गणना से बाहर है।
श्री सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता के लालच में हर संभव समझौता करने वाला राजनीतिक चेहरा बताया है। उन्होंने कहा कि कुर्सी की लालच में और सत्ता सुख की आकांक्षाओं के कारण इन्होने ऐसे दल से गलबहिया किया है जिसका इतिहास बिहार को जंगलराज और गुंडाराज में बदलने का रहा है। श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार की जनता की इतनी चिंता है तो क्यों नहीं मुख्यमंत्री अपना गृह विभाग और उप मुख्यमंत्री अपने पाँचों विभागों में अदला-बदली कर रहे हैं? बिहार को अपराध, भ्रष्टाचार,लूट और प्रशासनिक अराजकता के कुएं में धकेलकर वो यहाँ की जनता के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। और इसका सबक उनको जनता बहुत जल्द देगी।
श्री सिन्हा ने कहा कि आज 21 वीं सदी का भारत “विकसित भारत” के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। देश में रामराज्य स्थापित हो रहा है। सनातन संस्कृति का झंडा ऊँचा कर सुशासन और इमानदारी का पग अपने पथ पर बढ़ चुका है। ऐसे में बिहार की बदहाल स्थिति हम माँ भारती के संतानों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को धूमिल कर रहा है।
श्री सिन्हा ने बिहार की जनता की तरफ से बड़े भाई श्री लालू यादव और छोटे भाई नीतीश कुमार के साथ-साथ चाचा-भतीजा वाली सरकार से अपील करते हुए कहा कि बिहार को गर्त में जाने से रोके। बिहार की जनता इनसे मुक्ति चाहती है।