पटना। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि दावे के अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव पूर्व ही इंडी गठबंधन पूरी तरह से बिखर जायेगा। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी सूबे में अकेले चुनाव लड़ेगी। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी बुधवार को स्पष्ट कर दिया कि पंजाब में आप किसी से गठबंधन नहीं करेगी। ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उनके सभी प्रस्तावों को ठुकराया गया। इसलिए अकेले लड़ने का निर्णय लिया है। यह बात साबित करता है कि इंडी गठबंधन स्वार्थ पर टिकी थी और उसका आगे बढ़ पाना मुश्किल था।
श्री पांडेय ने कहा कि दीदी के अनुसार टीएमसी बंगाल में किसी से तालमेल नहीं करेगी। उनके दल को बंगाल में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की भी कोई जानकारी नहीं दी गई। यह इंडी गठबंधन की तालमेल व निराशा को दर्शाता है। ऐसे में जब कांग्रेस गठबंधन धर्म का पालन नहीं कर पा रही, तो देश संभालने का अधूरा सपना क्यों देख रही है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की विकास नीतियों के आगे अभी से ही विपक्षी गठबंधन ने हार मान ली है। कांग्रेस की गलत नीतियों के सामने देश का विपक्ष पूरी तरह से बिखरने लगा है। कांग्रेस ने हमेशा सत्ता मिलने पर तानाशाही रवैया अपनाया है। वही रवैया अब अपने सहयोगियों के साथ भी अपनाने की कोशिश कर रही है। जहां न तो नेता है न ही नीति है और न कुछ करने की नीयत। नतीजतन, ममता दीदी के साथ ही अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने भी पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन से इंकार कर दिया और उद्धव ठाकरे भी महाराष्ट्र में इनको तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
श्री पांडेय ने कहा तृणमूल के अलावे जेडीयू ने भी गठबंधन की नीतियों व कार्यप्रणाली पर चिंता जताई है। जदयू नेता केसी त्यागी ने इंडी गठबंधन की सुस्त चाल पर चिंता जताई है। इस प्रकार देश की जनता ये बात समझ चुकी है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली गठबंधन स्वार्थ के लिए स्थापित की गयी थी, जहां पीएम बनने की होड़ व सत्ता हासिल करने की सोच थी। देश के विकास का कार्य केवल भाजपा कर रही है। भाजपा सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प लिए जनता के बीच निरंतर ऐतिहासिक कार्य कर रही है।