बिहार जनता दल (यू0) के माननीय प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि विपक्ष द्वारा खेला करने का दावा बिल्कुल हवाहवाई है, उनके दावे में कहीं कोई दम नहीं दिखता है। सत्ता गँवाने के बाद विपक्षी कुनबा राजनीतिक रूप से बेरोजगार हो चुका है इसलिए बिना किसी बात के हो-हल्ला मचाए हुए है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से जनता में भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए आधारहीन और बेतुकी बयानबाजी हो रही है, जिसका कोई राजनीतिक औचित्य नहीं है। बिहार में जोड़-तोड़ की राजनीति करने वालों का मंसूबा कभी सफल नहीं होगा। उन्हे अंत में निराशा ही हाथ लगेगी। एनडीए गठबंधन को 128 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जो कि बहुमत से 6 अधिक है। यानी साफतौर पर सत्ता का गणित एनडीए के पक्ष में है। ऐसी स्थिति में खेला की गुंजाईश ही नहीं बचती है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा की दरअसल विपक्ष को अपने साथ ही खेला होने का डर सता रहा है इसलिए काँग्रेस ने अपने दल के सभी विधायकों को हैदराबाद में शिफ्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि दूसरे के घरों में तोड़-फोड़ की साजिश रचने से पहले विपक्ष को अपने घर की चिंता करनी चाहिए, कहीं जैसे को तैसा वाली स्थिति न बन जाए। यह भी सोचनीय विषय है कि जिन्हें खुद के विधायकों पर भरोसा नहीं है, उनपर प्रदेश और देश की जनता कैसे और क्यों भरोसा करेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठकर लूट-खसोट करना राजद का पुराना चरित्र रहा है। चुकी, श्री नीतीश कुमार के रहते राजद वालों को सरकार में गड़बड़ी करने का अवसर नहीं मिला इसलिए ये लोग बेचैन और बदहवास है। लिहाजा जनमत के आदेश को अनदेखा कर चोर दरवाजे से अपनी सरकार बनाने का स्वप्न देख रहे है। मगर यह स्वप्न हमेशा स्वप्न ही रहेगा। 12 फरवरी को एनडीए गठबंधन बहुत आसानी से विधानसभा में अपनी बहुमत साबित करेगी।