
बिहार प्रादेशिक अग्रवाल सम्मलेन एवं अग्रवाल चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान एवं कला जागरण पटना के सहयोग से दादी मंदिर, बैंक रोड, पटना में बच्चों के लिए चलाये जा रहे समर कैम्प में बच्चों को नैतिक शिक्षा के बारे में बताते हुए बिहार महिला अग्रवाल अध्यक्ष डॉ गीता जैन ने बच्चों को बताया की घर में रहने वाले हमारे दादा,दादी, माता,पिता भगवान् के समान होते हैं. प्रतिदिन सुबह उन्हें प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए. डॉ जैन ने बच्चों को बताया कि बड़े बुजुर्गों को हमें गुड मोर्निंग नहीं बोलकर उन्हें प्रणाम करना चाहिए.
अगर उन्हें प्रणाम करेंगे तो हमें उनका आशीर्वाद मिलेगा. इसके बाद समर कैंप की शुरुवात योग प्रशिक्षिका रीना कुमारी ने बच्चों को सूर्य नमस्कार तथा हाईट बढाने का का योग करना सिखाया. मम्मियों ने भी बच्चों के साथ योग किया. योग के बाद क्राफ्ट शिक्षिका निभा कुमारी ने बच्चों को क्ले से विभिन्न बस्तुएं बनाना बताय. साथ हीं उनपर रंग भरने की कला सिखाई. इसके बाद प्रसिद्ध रंगकर्मी सुमन कुमार ने बच्चों को अभिनय करना बताया। सुमन कुमार ने बताया की रंग मंच पर अभिनय के लिए सबसे पहले संवाद को समझकर शारीरिक हाव भाव को पात्र के अनुरूप ढालना होता है। साथ ही सुमन कुमार ने एक व्यंग नाटिका “ठग ठगे गए” का अभ्यास कराया . इसको समझने में रणविजय सिंह ने बच्चों का सहयोग किया. मौके पर आज हैदराबाद सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी , थियेटर आर्ट्स डिपार्टमेंट से पास आउट नितेश कुमार द्वारा बच्चों को राजस्थानी लोक नृत्य तथा बिहार गान का प्रशिक्षण दिया. पाश्चात्य नृत्य का प्रशिक्षिका रोज सिंह ने बच्चों को एरोबिक डांस एवं विभिन्न पाश्चात्य डांस का प्रशिक्षण दिया. मौके पर शक्तिधाम के मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल ने बच्चों को एवं अभिभावकों से कहा कि समर कैंप में उन सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही है।
मौके पर सम्मलेन के महामंत्री अक्षय अग्रवाल ने बताया की समर कैंप में बच्चों को बरौनी सुधा डेयरी के प्रबंध निदेशक रविन्द्र प्रसाद सहित संजय भालोटिया, रोहन झुनझुनवाला, मुकेश हिसारिया, पंकज लोहारुका सहयोग कर रहे हैं. एम पी जैन ने बताया कि समर कैम्प को सफल बनाने में अमर अग्रवाल, अक्षय अग्रवाल, एम पी जैन, निर्मल अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, तनुजा अग्रवाल, अनुपम जैन, सुबोध जैन, पुष्पा जैन, रानी सिंह, मृत्युंजय कुमार, रविशंकर उपाध्याय, अभिषेक जैन, सुनैना सिंह एवं कला जागरण के रोहित कुमार आदि सक्रिय थे।