पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि रामचरित मानस के निंदक मंत्री पर कार्रवाई के मामले में मुख्यमंत्री की चुप्पी से आम लोगों में आक्रोश गहरा रहा है। करोड़ों लोगों की भावना को आहत करने वाले मंत्री को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर मुख्यमंत्री को उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए मगर अपनी कुर्सी बचाने के लिए मुख्यमंत्री पहले तो मंत्री के बयान से ही अनभिज्ञता जताते है, फिर काईवाई के नाम पर मौन साध लेते हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री न खुद मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की कोई पहल कर रहे हैं, न राजद कोटे के उक्त मंत्री पर कार्रवाई के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद या अपने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर ही दबाव बना पा रहे हैं। मंत्री के घृणास्पद बयान से समाज के विभिन्न तबकों में तीखी प्रतिक्रिया है। मगर मुख्यमंत्री मौन धारण कर लोकभावना का भी निरादर कर रहे हैं।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए धार्मिक दुर्भावना फैलाने की नीयत से बयान देने वाले मंत्री के खिलाफ खुद कार्रवाई करने से जहां बच रहे हैं, वही राजद नेतृत्व पर भी दबाव बनाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.