अपनी राजनीतिक यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा कि उनके भाई टुनजी पांडेय दो बार भाजपा के एमएलसी रहे हैं। इसी दौरान उनका भी झुकाव राजनीति के प्रति हुआ। उसी समय एनडीए के घटक दल के रूप में 2015 में लोजपा के टिकट पर मैदान में उतरे। उसके बाद बिहार की राजनीति में सत्ता समीकरण बदला। पार्टियों के तालमेल बदलने के कारण बड़हरिया का राजनीतिक समीकरण को देखते हुए राजद में शामिल हुए और फिर विधायक भी बने।
वे कहते हैं कि बिहार का सामाजिक और राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहा है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी संगठन मजबूत हो रहा है और पार्टी का आधार भी बढ़ रहा है। राजद के सत्ता में आने के बाद लोगों का भरोसा बढ़ा रहा है। बच्चा पांडेय कहते हैं कि वे निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर लगातार काम कर रहे हैं और विकास योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।