नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने महामहिम राज्यपाल श्री फागू चौहान से मिलकर मगध विश्विद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर के सभी विषयों के सत्रों को नियमित करने, दो से तीन वर्षों से पेंडिंग पड़े परीक्षा परिणामों को अविलम्ब जारी करने व तकनीकी खामी की वजह से रोके गए 90 हजार छात्रों के परिणाम शीघ्र जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री मानस निंदा कर वोटों के ध्रुवीकरण व तुष्टिकरण की राजनीति में व्यस्त है, इसीलिए उन्हें राज्यपाल महोदय से गुहार लगानी पड़ी है। इसके पूर्व भी 10 दिसम्बर, 2022 को राज्यपाल को ज्ञापन देकर उनकी ओर से इस गम्भीर समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया था।
श्री सिन्हा ने कहा कि राज्यपाल महोदय ने पहल की है। वीसी व रजिस्टार ने 31 जनवरी तक पेंडिंग रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया है, अगर 10 अप्रैल तक सभी रिजल्ट जारी नहीं किये जाते हैं, सभी सत्रों को नियमित नहीं किया जाता है तो भाजपा सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष करेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। विश्विद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को चौपट कर दिया गया है। गौरतलब है कि मगध विवि में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के सभी विभाग का सत्र विलंब से चल रहा है, जिसे नियमित करने की जरूरत है।
स्नातक 2018- 21 पार्ट-2 एवं स्नातक 19- 22 पार्ट-1 का रिजल्ट अबतक जारी नहीं किया गया है। इसी प्रकार 2017-20 के 90 हजार छात्रों का रिजल्ट पेन्डिग है। 2020- 23 एवं 2021-24 के पार्ट -1 की परीक्षा अबतक नहीं हाने के कारण छात्रों का दो साल बर्बाद हो चुका है।
उन्होंने शुक्रवार को दिए अपने ज्ञापन में कहा है कि सत्र 2017-20 के 90 हजार छात्रों का परिणाम तकनीकी समस्या बताकर रोक दिया गया, जिसका अभी तक परिणाम नही आया है।
2018-21 के पार्ट- II के परीक्षा पिछले साल अक्टूबर 2021 में ली गई थी, लेकिन जनवरी, 2023 बीतने को है, अभी तक परिणाम नहीं आया है।2019-22 के पार्ट- I की परीक्षा पिछले साल अक्टूबर में ली गई थी, लेकिन अभी तक परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं की गई। 2020-23 के छात्रों का 6 महीने में भी पंजीकरण नहीं हुआ है, अभी तक इनका सत्र खत्म हो जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि सत्र 2018-21 के परिणाम घोषित किये बिना फार्म पार्ट- III का डेट जारी कर दिया गया है। मगध विश्वविधालय का बेबसाइट में तकनीकी गडबड़ी हैं। 2021-24 का रजिस्ट्रेशन अभी तक चालू भी नहीं हुआ है।
मगध विश्वविधालय की अराजक स्थिति के कारण लाखों छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। मुख्यमंत्री शनिवार को अपनी गया यात्रा के दौरान इन लाखों छात्रों की समस्या का समाधान करें नहीं तो सदन से सड़क तक संघर्ष होगा।