बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री गयासुर की प्रवृति वाले लोगों का त्याग करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर, मोक्षधाम गया जी एवं सिद्ध पीठ मां मंगला गौरी, पटन देवी, माँ जानकी मंदिर, सीतामढ़ी आदि का विकास व जीर्णोद्धार भव्य व दिव्य बनारस के तर्ज पर करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी को भी पीएम नरेंद्र मोदी जी की तरह बड़े हृदय से अपनी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने की पहल करना चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में 33 वर्षों से बड़े भाई एवं छोटे भाई की सरकार चल रही है लेकिन इन पवित्र स्थलों का जीर्णोद्धार एवं पर्यटन के दृष्टिकोण से इन्हें विकसित कर वर्ल्डक्लास बनाने के लिए कुछ नहीं किया गया है।
अभी तेजस्वी यादव ही पर्यटन मंत्री भी हैं और इनके पास यह मौका है कि गया जी के साथ ही विष्णुपद एवं मां गौरी मंगला मंदिर, पटनदेवी, माँ जानकी मंदिर आदि का विकास एवं सौदर्यीकरण कराएं। वर्तमान सरकार द्वारा हज भवन, खुदाबख्श लाइब्रेरी एवं इस्लाम धर्म के दर्जनों स्थलों के विकास एवं जीर्णोद्धार पर करोड़ों रुपए व्यय किए गए हैं, लेकिन सनातन धर्म स्थानों के विकास में इस सरकार की रुचि नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गया जी में प्रत्येक वर्ष पितृपक्ष में देश-विदेश के करोड़ों सनातनी अपने पूर्वजों की मुक्ति-कामना से पिण्डदान करने आते हैं। सुविधाओं के अभाव में उन्हें निराशा मिलती है। विष्णुपद मंदिर एवं मां गौरी मंगला की उपेक्षा एक तरह से सनातन धर्म का अपमान जैसा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी अगर बड़ा सपना देखना है तो नरेंद्र मोदी जी की तरह बड़ा ह्रदय से अपनी संस्कृतिक विरासत को बढ़ाने- संवारने के लिए पहल कीजिए। बड़ा दिल दिखाइए। छोटे ह्रदय और छोटी सोच से न कोई बड़ा हो सकता और न बड़ी लकीर खींच सकता है।