पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने राजद कोटे के मंत्रियों के हालिया बयान को धार्मिक एवं जातीय विद्वेष से भरा बताते हुए अपनी तीखी प्रतिकिया व्यक्त की है। श्री प्रसाद ने कहा है कि राजद के मंत्रीगण जातीय एवं धार्मिक उन्माद पैदा कर समाज में जहर घोलने की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि राजद नेता अपने बयानों से अगड़े-पिछड़े के बीच खाई चौड़ी कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाह रहे हैं। राजद की कोशिश बिहार को 1990 के दशक में घसीट कर ले जाने की है। मगर अपनी इस कोशिश में वह कभी सफल नहीं होने वाला है।
श्री प्रसाद ने कहा कि राजद व जदयू नेताओं में विवादित बयान देने की होड़ लगी है। यह सारी कवायद जातीय आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण के लिए हो रही है। विगत 2019 के लोकसभा चुनाव में खाता नहीं खोल पाने वाला राजद 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बेचैन है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के नारे और यशश्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अपार लोकप्रियता से राजद 2024 में भी जीरो पर ही आउट होने वाला है। जातीय कार्ड खेलने की उसकी राणनीति कभी सफल नहीं होने वाली है।
उन्होंने कहा कि समाज का सभी तबका पूरी मजबूती से भाजपा के साथ है, इसलिए तीसरी बार भी नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की ही पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। राजद की सारी साजिश धरी रह जायेगी। बिहार की जनता जातीय उन्माद, जातीय नरसंहार व जंगल राज के भयावह दौर को आज भी भूली नहीं है।