पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के अलग दल बनाने और आरसीपी सिंह के भाजपा में शामिल पर जदयू में जिस तरह से टूट और भगतड़ मची है, उसे देखते हुए नीतीश कुमार को लालू प्रसाद से हुई डील के अनुसार पार्टी का राजद में विलय कर तेजस्वी यादव को जल्द ही मुख्यमंत्री बना देना चाहिए।
श्री मोदी ने कहा कि जब जदयू का अस्तित्व मिटने वाला है और पार्टी के दर्जनों लोग भाजपा में आने की कतार में है, तब ललन सिंह को अपना घर बचाने की चिंता करनी चाहिए।
श्री मोदी ने कहा कि उडीसा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नीतीश कुमार से कोई राजनीतिक बात नहीं की, भोज में ललन सिंह को शामिल नहीं किया और दूसरे ही दिन दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से भेंट कर विपक्षी एकता मुहिम को पंक्चर कर दिया।
उन्होंने कहा कि उडीसा के विकास पर पूरा फोकस रखने वाले पटनायक ने नीतीश कुमार को बिहार पर ध्यान केंद्रित करने और पीएम बनने का सपना छोड़ देने का जो संदेश दिया , वह ‘लाउड एंड क्लीयर’ है।
श्री मोदी ने कहा कि जब एक तरफ बिहार सरकार जातीय जनगणना, निकाय चुनाव में आरक्षण और आनंद मोहन की रिहाई जैसे मुकदमे हार रही है, दूसरी तरफ बालू-शराब माफिया के आगे प्रशासन घुटने टेक रहा है, तब मुख्यमंत्री का बिहार के बाहर लगातार राजनीतिक दौरे पर होना राज्य के हित में नहीं है।
उन्होंने कहा कि पटनायक से पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर नीतीश कुमार को झटका दे चुके हैं।
उन्होंने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाया और विपक्षी की अलग मुहिम में माकपा, सपा और आप को शामिल करते समय जदयू को झटका दे दिया था।
श्री मोदी ने कहा कि जनता ने नीतीश कुमार को भाजपा के सहयोग से बिहार की सेवा करने के लिए जनादेश दिया था,अचानक पलटी मारने और पीएम बनने का सपना देखने के लिए नहीं। पटनायक और केसीआर भी यही संदेश दे रहे हैं।